बेसिक की पाठशाला बन रही स्मार्टशाला

  • चरगांवा ब्लॉक के 68 बेसिक स्कूलों को एलईडी टीवी व गणित-अंग्रेजी किट वितरित करेंगे सीएम
  • मंगलवार पूर्वाह्न योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में होगा वितरण समारोह

गोरखपुर, नागरिक सत्ता। योगी सरकार में बेसिक शिक्षा परिषद की पाठशाला को अब स्मार्टशाला कहिए साहब। दशकों तक पिछड़े और संसाधनविहीन मान लिए गए सरकारी प्राइमरी स्कूल आधुनिक तकनीकी संसाधनों से परिपूर्ण कर स्मार्ट बनाए जा रहे हैं। गोरखपुर में पहले चरण में नगर क्षेत्र के 58 बेसिक स्कूल स्मार्ट हो चुके हैं। अब इस कड़ी में चरगांवा ब्लॉक के 68 स्कूल और जुड़ने जा रहे हैं। इसका नारा दिया गया है स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट ब्लॉक। 

चरगांवा ब्लॉक के चयनित इन स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए एलईडी टीवी व तकनीकीपूर्ण गणित व अंग्रेजी के टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मैटेरियल) किट का वितरण मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। वितरण का यह समारोह योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में पूर्वाह्न 10ः30 बजे से आयोजित होगा। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों को स्मार्टशाला या स्मार्ट स्कूल बनाने में सरकार तो भरपूर प्रयास कर ही रही है, सम्पर्क फाउंडेशन ने भी हाथ बढ़ाया है। संपर्क फाउंडेशन द्वारा पाठशाला को स्मार्टशाला बनाने के लिए एलईडी तथा अंग्रेजी व गणित किट उपलब्ध कराया जा रहा है। 

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह बताते हैं कि नगर क्षेत्र के 58 स्कूल पहले ही स्मार्ट हो चुके हैं। पहले चरण में नगर क्षेत्र के विद्यालयों में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था। बाद में इसे धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में भी लागू करने की योजना थी। जिसके तहत चरगांवा ब्लाक को चयनित किया गया है। इस ब्लॉक में शिक्षण गुणवत्ता बढ़ाने तथा आधुनिक तकनीक संसाधनों से लैस करने के लिए 68 प्राइमरी स्कूल स्मार्ट बनेंगे। ‘स्मार्ट स्कूल स्मार्ट टीवी’ अभियान के तहत होने वाले इस कार्य से न सिर्फ स्कूलों में पठन-पाठन का माहौल बनेगा बल्कि शिक्षक इस तकनीक के जरिये बच्चों के अधिगम स्तर में बेहतर सुधार कर सकेंगे। 

सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक विवेक जायसवाल के मुताबिक स्कूलों के तकनीकी संसाधनों से लैस हो जाने से निपुण भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में काफी मदद मिलेगी। विद्यालयों को उपलब्ध कराए गए किट का प्रयोग कैसे करना है, इसको लेकर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, ताकि वह बच्चों के पठन-पाठन को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। स्कूलों को स्मार्ट बनाने के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संपर्क फाउंडेशन पीपीटी के माध्यम से इसके उद्देश्य, लक्ष्य और उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी देगा। जिससे शिक्षक इन संसाधनों का बच्चों को पढ़ाने में बेहतर उपयोग कर सकें।

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