लखनऊ में 10 दिवसीय संस्कार गीतों की कार्यशाला का शुभारंभ
- एपीसेन पीजी कॉलेज एवं साकार फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा आयोजन
- लोकगायिका प्रीति लाल ने बच्चों को सोलह संस्कारों से अवगत कराया
लखनऊ। भारतीय संस्कृति को बचाने एवं विलुप्त हो रहे संस्कार गीतों को अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करने के उद्देश्य से एपीसेन पीजी कॉलेज एवं साकार फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से कॉलेज में 10 दिवसीय संस्कार गीतों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस हेतु महाविद्यालय एवं साकार फाउंडेशन की सचिव राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित लोकगायिका प्रीति लाल के साथ अनुबंध किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती के पूजन से हुई। लोकगायिका प्रीति लाल ने सरस्वती वंदना गाकर कार्यशाला का आरंभ किया। बच्चों को सोलह संस्कारों से अवगत कराया। कार्यशाला में जन्म एवं विवाह संस्कार के पारंपरिक गीतों से परिचित कराया गया और देवी गीत, सोहर, जन्म बधाई गीत दिखाए गए। कालेज की प्राचार्या प्रो रचना श्रीवास्तव ने सभी आए हुए अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
इस अवसर पर साकार फाउंडेशन की उपाध्यक्ष बबली चौबे, लोकगायक पंडित मगन मिश्र, डॉ श्रीकांत शुक्ला, समन्वयक प्रो निधि सिद्धार्थ एवं माधुरी यादव सहित महाविद्यालय की सभी शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन प्रो माधुरी यादव एवम निधि सिद्धार्थ ने किया। इस अवसर पर बच्चों ने अतिउत्साह से गीतों को सीखने में अपनी रुचि दिखाई।
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