स्कूली बच्चों के नेतृत्व में शुरू हुयी स्वच्छता की गुल्लक


ईटीसी सेवलॉन स्वस्थ इंडिया ने की सामाजिक पहल

 

लखनऊ। प्रधानमंत्री की अपील पर स्वच्छता ही सेवा अभियान में सहयोग करने के लिए आईटीसी की मुहिम के तहत आईटीसी के प्रमुख हाइजीन उत्पाद सेवलॉन ने स्कूली बच्चों के नेतृत्व में एक अनूठी सामाजिक पहल स्वच्छता का गुल्लक  शुरू की है। गुल्लक की अवधारणा इस सच्चाई की बार बार याद दिलाती है कि कचरे को यदि उचित तरीके से अलग अलग करके रखा जाए तो इससे भी बड़ी कीमत प्राप्त की जा सकती है, जैसे बेहतर भविष्य की आस में लोग मिट्टी के बने इस खास पात्र में बचत करते हैं।स्कूली बच्चों को सूखा कचरा जमा करने में मदद के लिए आईटीसी सेवलॉन के स्वस्थ इंडिया मिशन के तहत दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में स्वच्छता का गुल्लक अभियान चलाया जा रहा है। इस मुहिम का मकसद छात्रों को पर्यावरण अनुकूल जीवन जीने की आवश्यकता के प्रति संवेदनशील बनाना है जबकि साथ ही समुदायों में गीले और सूखे कचरे को अलग अलग करके रखने के लिए प्रेरित करना है। इस मुहिम में एक लाख से ज्यादा छात्र हिस्सा लेने जा रहे हैं। इस मुहिम के तहत एकत्रित होने वाले सूखे कचरे को रिसाइकिल किया जाएगा। आईटीसी लिमिटेड में पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स बिजनेस के चीफ एक्जीक्यूटिव समीर सत्पथी ने कहा, अवशिष्ट को मूल्यवान संसाधन में बदलना तभी संभव है जब हम सभी गीले और सूखे कचरे को अलग अलग संग्रह करने में तत्परता दिखाएं। सेवलॉन का स्वच्छता का गुल्लक अभियान स्कूली बच्चों को अपने स्कूल, घर और आस पड़ोस में पर्यावरण के सुपर हीरो बनने के लिए शिक्षित करने के मकसद से लाया गया है। हाइजीन अवेयरनेस आईटीसी सेवलॉन स्वस्थ इंडिया प्रोग्राम का अभिन्न हिस्सा है और स्वच्छता का गुल्लक के जरिये हम छोटे बच्चों को अधिक से अधिक पर्यावरण अनुकूल भविष्य के प्रति संवेदनशील बनाने की उम्मीद करते हैं। अवशिष्ट प्रबंधन के बारे में बच्चों को शिक्षित करने का एक बड़ा पहलू अवशिष्ट प्रबधन के बारे में जानकारी रखना भी है। इस अपील को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए इस ब्रांड ने एक फिल्म भी रिलीज की है। यह वीडियो इस विचार पर जोर देता है कि वयस्कों को बुद्धिमानी से पर्यावरण के अनुकूल फैसले लेने चाहिए और यह सब घर से ही कचरों को अलग अलग करके रखने के एक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण कदम से शुरू होता है। ओगिल्वी इंडिया के सीनियर क्रिएटिव डायरेक्टर फ्रित्ज गोंजाल्विस और जयेश राउत ने कहा आज पूरी दुनिया के बच्चे पर्यावरण कार्यक्रमों के पथ प्रदर्शक हैं। वे कचरों से होने वाले प्रदूषण के खतरे और समाज पर इसके व्यापक दुष्प्रभाव को बखूबी समझते हैं। सेवलॉन फिल्म स्कूली बच्चों के साथ हास्य मनोरंजन के जरिये इस संदेश के महत्व पर जोर देती है। आईटीसी ने बड़े पैमाने पर वेलबिइंग आउट ऑफवेस्ट (डब्ल्यूओडब्ल्यू) मुहिम शुरू की है जिस में प्लास्टिक कचरे समेत ठोस अवशिष्ट के लिए हर स्तर पर स्थायी और बेहतरीन समाधान देने पर फोकस रहता है। यह कार्यक्रम जागरूकता, अलग अलग करने और संग्रहण करने से लेकर अवशिष्ट के पुन इस्तेमाल और रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देने की संपूर्ण मूल्य शृंखला के लिए है। देशभर में आज इसके तहत 89 लाख नागरिकों को जोड़ा गया है। अवशिष्ट प्रबंधन में आईटीसी की मुहिम ने लगातार 12 वर्षों से इसे ठोस अवशिष्ट की रिसाइक्लिंग के प्रति सकारात्मक कंपनी बनने में सक्षम बनाया है। वर्ष 2018.19 में आईटीसी ने मल्टी लेयर्ड प्लास्टिक (एमएलपी) और थिन फिल्मों सहित लगभग 7400 टन लो वैल्यू प्लास्टिक (एलवीपी) और कुल 16,000 टन उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल हो चुके प्लास्टिक अवशिष्ट जमा किए हैं।  

 








 








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