एडवांसेस इन रिन्यूएबल एंड बायोएनर्जी पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत


लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ में शनिवार को एडवांसेस इन रिन्यूएबल एंड बायोएनर्जी विषय पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुयी। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति विनय कुमार पाठक ने कहा कि वर्तमान में अक्षय एवं हरित ऊर्जा पर शोध की महती आवश्यकता है। ऐसे में एफडीपी के आयोजन से शिक्षकों में अक्षय एवं हरित ऊर्जा पर शोध के लिए प्रेरित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व के तेल और गैस के स्त्रोत खत्म हो रहे हैं ऐसे में अक्षय एवं हरित ऊर्जा ही ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत के विकास की जरुरत बढ़ती जा रही है। 
निदेशक प्रो एचके पालीवाल ने बताया कि वर्तमान के सबसे प्रासंगिक विषय अक्षय एवं हरित ऊर्जा पर आयोजित एफडीपी में आईआईटी, दिल्ली, आईआईटी, रूडकी, आईआईटी बीएचयू, विभिन्न एनआईटी के आचार्य व्याख्यान देंगे। साथ ही अक्षय एवं हरित ऊर्जा में रिसर्च गैप पर भी चर्चा की जाएगी। आईआईटी बीएचयू के प्रो प्रदीप कुमार ने कहा कि तकनीक ही एक ऐसा उपकरण है जो अक्षय एवं हरित ऊर्जा स्त्रोत को मुख्य ऊर्जा स्त्रोत में तब्दील कर पूरे विश्व को ऊर्जा संकट से बचा सकती है। इस साथ ही एनआईटी जयपुर के प्रो सुशांत उपाध्याय, आईईटी, रूडकी के प्रो आईडी मल्ल अक्षय एवं हरित ऊर्जा पर विभिन्न शोध समस्याओं की चर्चा की। शुभाम्भ सत्र में  एफडीपी के संयोजक डॉ धनंजय सिंह, सह आचार्य, आईईटी लखनऊ, प्रो ओपी सिंह सहित 70 से अधिक प्रतिभागी शिक्षक उपस्थित रहे।


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