भाषा विश्वविद्यालय में "भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी समागम" विषय पर आयोजित हुई संगोष्ठी

लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय एवं उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में "भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी समागम" विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एनबी सिंह ने किया एवं बतौर मुख्य अतिथि प्रो पवन अग्रवाल आचार्य हिंदी विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय एवं मुख्य वक्ता डॉ माद्री काकोटी सहायक आचार्य भाषा विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय उपस्थित थे।

कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्वलन समारोह एवं स्वरास्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम की आरम्भ में डॉ नीरज शुक्ल ने सभी अतिथिओं का परिचय देते हुए स्वागत किया। उन्होंने कहा की हम अपनी सभ्यता, भाषा एवं संस्कृति को बचाने के लिए जागरूक है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ माद्री काकोटी ने कहा की भाषा हमेशा परिवर्तित होती रही है और अगर परिवर्तन से उसको रोक जाए तो वो मर जाती है। उन्होंने भाषा की मैपिंग, यूनिवर्सल ग्रामर को समझाते हुए बताया की भाषा के बिना आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को भी नहीं समझाया जा सकता। अंत में उन्होंने छात्रों से अनुरोध करते हुए कहा की हमें सिर्फ भारतीय भाषा पर काम नहीं बल्कि उसको अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करने की भी जरूरत है। प्रो पवन अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा की आज भाषा विज्ञान इस बात पर ज़ोर दे रहा की भाषा, इन्टनेट और कंप्यूटर तीनों के सामूहिक प्रयास से विश्व की सभी भाषाओँ को वैश्विक मंच उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी भाषा लिटरेचर बनकर नहीं रह सकती उसको जीविका से जोड़ना आवश्यक है। 

कार्यक्रम के अंत में कुलपति‌ प्रो एनबी सिंह ने भाषा एवं टेक्नोलॉजी की व्यापकता एवं सार्थकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर की नॉलेज छात्रों के लिए जरूरत है, आज इसी जरूरत के हिसाब से छात्रों को पढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शारीरिक और मानसिक रूप से हमें खुद को अपडेट करने की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षकों से अनुरोध करते हुए कहा वो टेक्नोलॉजी को अपने पठन एवं पाठन से जोड़े। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुमन कुमार मिश्र ने किया। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो एसके त्रिवेदी तथा संयोजक डॉ नीरज कुमार शुक्ल रहे। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुमन कुमार मिश्र द्वारा दिया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रो मसूद आलम, प्रो चन्दना डे, प्रो संजीव त्रिवेदी, प्रो तनवीर खदीजा, डॉ लक्ष्मण आदि शिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम में सभी शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई।

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