एकेटीयू के इन्क्युबेशन सेंटर बनेंगे मेंटर

  • एकेटीयू अपने सम्बद्ध संस्थानों में स्थापित कराने जा रहा है इन्क्युबेशन सेंटर 15 सरकारी कॉलेजों में चल रहे सेंटर इस कार्य में करेंगे मार्गदर्शन
  • कुलपति प्रो जेपी पांडेय ने निदेशकों संग बैठक कर बतायी कार्ययोजना

नागरिक सत्ता, लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार हर जिले में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की योजना बना रहा है। अपने संबद्ध कॉलेजों को सेंटर बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिससे कि हर जिले से स्टार्टअप निकल सकें। इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए कुलपति प्रो जेपी पांडेय ने गुरूवार को सरकारी कॉलेजों के निदेशकों और प्रोफेसर इंचार्ज के साथ ऑनलाइन बैठक की। बैठक में उन्होंने इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने की कार्ययोजना पर चर्चा किया। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 15  सफलतापूर्वक चल रहे इन्क्युबेशन सेंटर्स नये स्थापित होने वाले इन्क्युबेशन सेंटर्स के लिए मेंटॉर की भूमिका निभाएंगे। सेंटर की स्थापना से लेकर उसके सफल संचालन में इन इन्क्युबेशन सेंटर की भूमिका होगी। उन्हें पूरा मार्गदर्शन करना होगा। जिससे कि नये सेंटर आसानी से चल सकें। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षक अपने यहां इन्क्युबेशन सेंटर में भी समय दें। स्टार्टअप का मार्गदर्शन करें। उनके मेंटॉर की तरह स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में सहयोग करें। कहा कि शिक्षकों की विशेषज्ञता का लाभ स्टार्टअप को मिलेगा। जिससे वो अपने स्टार्टअप काफी आगे तक ले जा सकते हैं। उन्होंने आरईसी में केंद्र सरकार की ओर से चलाये जा रहे मिशन नेशनल मिशन फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी लागू करने की बात कही। साथ ही सेक्शन आठ के तहत चल रही कंपनियों के ऑडिट का भी निर्देश दिया। बैठक में वास्तुकला एवं डिजाइन संकाय की प्राचार्या प्रो वंदना सहगल, एसोसिएट डीन इनोवेशन डॉ अनुज कुमार शर्मा, इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह रितेश सक्सेना सहित अन्य लोग जुड़े थे।


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