कल से शुरू होगा उत्तर प्रदेश विधान सभा का सत्र: पेश किया जाएगा अनुपूरक बजट

  • सर्वदलीय बैठक में तृतीय सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने मांगा सहयोग 

  • विधानसभा अध्यक्ष ने अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखने का अनुरोध किया 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 5 दिसम्बर से प्रारम्भ हो रहे 18वीं विधान सभा के तृतीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है।

विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि यह देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थिति करती है।

विधान सभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें। श्री महाना ने दलीय नेताओं से अपेक्षा करतेे हुए कहा कि जिस तरह पूर्व के सत्रोें में आप सभी का सहयोग मिला है इसी तरह के सहयोग की उम्मीद इस बार भी है। इस अवसर पर सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष की कार्य शैली की सराहना करतेे हुए कहा कि आपके दिशा निर्देशन में विधान सभा में कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। उम्मीद है कि भविष्य में भी नये प्रयोग के साथ विधान सभा में परिवर्तन देखने को मिलेगा। इस बात पर विधान सभा अध्यक्ष ने अपनी सहमति व्यक्त की।

सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी। सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है। संसदीय कार्यमंत्री ने मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की।

इससे पूर्व कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधान सभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने कहा कि सत्र के पहले दिन निधन के निदेश तथा के 5 व 6 दिसम्बर को सदस्यों के जन्म दिन की उनको बधाई दी जायेगी।

बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के स्थान पर मनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय लोक दल के नेता प्रदीप, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता संजय निषाद एवं अनिल कुमार त्रिपाठी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना,’ जनसत्ता दल (लोकतान्त्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया’, बहुजन समाज पार्टी के नेता, उमाशंकर सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, प्रदीप कुमार दुबे, केपी सिंह, श्रीधर अग्निहोत्री व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।


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