जर्मनी की तकनीक और इनोवेटिव नीतियां एमएसएमई सेक्टर विकास के लिए अत्यन्त उपयोगी हो सकती हैंः मुख्यमंत्री

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भारत में जर्मनी के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

  • उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जर्मनी के अनेक औद्योगिक समूह भाग लेने केे इच्छुकः डॉ फिलिप एकरमैन

  • आईआईटी कानपुर और एमएमएमयूटी गोरखपुर के साथ शोध, अनुसंधान और प्रशिक्षण में जर्मनी के संस्थान का मिल रहा है सहयोग

नागरिक सत्ता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज उनके सरकारी आवास पर भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ फिलिप एकरमैन ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर भारत और जर्मनी के बीच मजबूत आर्थिक सम्बन्धों की चर्चा करते हुए उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को लेकर सार्थक विचार-विमर्श हुआ।

उत्तर प्रदेश में जर्मनी के राजदूत का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 से अधिक वर्षों के व्यापारिक इतिहास के साथ भारत तथा जर्मनी आर्थिक सहयोग के समान अतीत से जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में दोनों देशों के बीच पारस्परिक सम्बन्ध नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि 24 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश देश की कुल जीडीपी में 8 प्रतिशत की हिस्सेदारी करता है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का चैथा सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश भारत में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेशकों की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था, पर्याप्त और निर्बाध बिजली आपूर्ति, विशाल लैण्ड बैंक की उपलब्धता उद्योगों के लिए उत्साहजनक है। हमारी उद्योग अनुकूल नीतियों से प्रदेश का व्यवसायिक औद्योगिक माहौल बदला है। सिंगल विण्डो प्रणाली सहित उद्योग जगत की जरूरतों के अनुसार 25 सेक्टोरल नीतियां तैयार की गई हैं। जर्मनी की कम्पनियों को यहां अनुकूल माहौल प्राप्त होगा। जर्मनी की तकनीक और इनोवेटिव नीतियां इनके विकास के लिए अत्यन्त उपयोगी हो सकती हैं। हम इस दिशा में सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्थापित हो रहा डिफेन्स इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर जर्मनी के लिए निवेश के अवसरों से भरा हुआ है। हमारे पास विशाल भूमि है, पर्याप्त मानव संसाधन है। हम रक्षा उत्पादन की इच्छुक निवेशक कम्पनियों को सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं। जर्मनी के लिए यह अच्छा मंच है। यूपी डिफेन्स इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर में निवेश के लिए विचार किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी 10 से 12 फरवरी तक प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है। इस समिट के माध्यम से हम उत्तर प्रदेश में निवेश और व्यापार के असीम अवसरों को प्रदर्शित करेंगे तथा भारत की प्रगति यात्रा में हमारे साथ सहयोग करने के लिए वैश्विक कारोबारी जगत को एक उत्कृष्ट मंच उपलब्ध कराएंगे। इस फ्लैगशिप इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से हम निवेशक समुदाय के बीच उत्तर प्रदेश के निवेश आकर्षण और राज्य के समेकित विकास हेतु अवसरों को सृजित करने की आकांक्षा रखते हैं।

भेंट के दौरान जर्मनी के राजदूत डॉ एकरमैन ने कहा कि जर्मनी और भारत के मध्य सुदृढ़ आर्थिक सम्बन्ध हैं। वैज्ञानिक और सामाजिक विनिमय, जलवायु, पर्यावरण, सतत विकास और ऊर्जा आदि विभिन्न क्षेत्रों में हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। कानून-व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है। अवस्थापना विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य हुआ है। एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे, वॉटर-वे और मेट्रो सहित परिवहन व्यवस्था को आधुनिक बनाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। वृहद पौधारोपण, सिंगल यूज पॉलीथिन पर रोक और नदी पुनर्जीवन जैसे प्रयासों से उत्तर प्रदेश ने पर्यावरण संरक्षण और ईको सिस्टम को बेहतर करने में बड़ी भूमिका निभाई है। जर्मनी इन प्रयासों की सराहना करता है। उत्तर प्रदेश के साथ विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करते हुए डॉ एकरमैन ने उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित मेट्रो लाइट परियोजनाओं में जर्मनी द्वारा सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की गयी है। जर्मनी इस महत्वपूर्ण परिवहन परियोजना में अपने तकनीकी विशेषज्ञ उपलब्ध कराएगा।

उत्तर प्रदेश के शैक्षिक परिदृश्य की सराहना करते हुए जर्मनी के राजदूत ने कहा कि वर्तमान में आईआईटी कानपुर और एमएमएमयूटी गोरखपुर के साथ जर्मनी के संस्थान शोध, अनुसंधान और प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे हैं। इण्डो-जर्मन साइन्टिफिक काउंसिल द्वारा उत्तर प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के साथ कार्य करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। निकट भविष्य में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ हम कई क्षेत्रों में अच्छे सहयोगी की भूमिका में हैं। आगामी फरवरी में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जर्मनी के अनेक औद्योगिक समूह प्रदेश आने केे इच्छुक हैं। 


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