व्यावसायिक एवं कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनायें: कपिल देव अग्रवाल

  • मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इडंस्ट्री पार्टनर्स के साथ निवेश पर की चर्चा

  • प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर ले जाने का संकल्प

  • उत्तर प्रदेश में निवेशकों के लिए कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा का बेहतर वातावरण विकसित

नागरिक सत्ता, लखनऊ। प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने सेवायोजन निदेशालय लखनऊ के सभागार में औद्योगिक, व्यावसायिक, कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में इडंस्ट्री पार्टनर्स के साथ निवेश पर आयोजित संगोष्ठी करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर ले जाने का संकल्प लिया है, जिसे सफल बनाने के लिए फरवरी में यूपी ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट-2023 का आयोजन किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रत्येक विभाग अपने यहां निवेश की संभावनाओं के अनुरूप निवेशकों को निवेश करने हेतु आमंत्रित कर रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग हेतु 03 हजार करोड़ रूपये का निवेश का लक्ष्य दिया गया था। जिसके क्रम में अबतक 62 निवेशकों के माध्यम से 5,189.87 करोड़ रूपये का निवेश प्राप्त हो चुका है तथा 33 निवेशकों के साथ 4267.83 करोड़ रूपये का एमओयू हो गया है।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में निवेशकों के लिए कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा का बेहतर वातावरण विकसित किया गया है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में व्यापारियों को संरक्षण देने के साथ-साथ सम्मान देने का माहौल बना हुआ है। विदेश के बाद देश की कंपनियों को भी उत्तर प्रदेश में आमंत्रित किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप उप्र में उद्योग के विस्तार होने के साथ-साथ रोजगार का माहौल सृजित होगा।  

कौशल विकास मंत्री ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा कि व्यावसायिक एवं कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनायें हैं। 150 आईटीआई को टाटा के सहयोग से उच्चीकृत करने जा रही है। उन्होने निवेशकों को नये-नये विचार के साथ आने को आमंत्रित किया है और कहा कि प्रदेश सरकार आपके विचारों को फलीभूत करने के लिये कोई कसर नहीं रखेगी। 

प्रमुख सचिव सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि यूपी सरकार ने अगले 5 वर्षों में 2022 से 2027 की अवधि में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर तक पहुचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु शासन द्वारा प्रदेश स्तर पर इन्वेस्ट यूपी के नाम से एक विशिष्टि इकाई को स्थापित किया है। प्रमुख सचिव ने विभागीय योजनाओं में निवेश हेतु उपलब्ध विकल्पों की जानकारी देते हुये बताया कि विभाग अपने नये निर्मित किये गये आईटीआई को पीपीपी मॉडल पर संचालित करा रहा है, जिसके माध्यम से प्रशिक्षण में निजी सहभागिता के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता को बढ़ाना मूल उद्देश्य है। 

मिशन निदेशक कौशल विकास आन्द्रा वामसी ने कौशल विकास विभाग के माध्यम से उप्र में निवेशकों को आमंत्रित करने की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। हरिकेश चौरसिया, निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि युवाओं को प्रशिक्षित करने में आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। विभाग द्वारा संचालित की जा रहीं योजनाओं में निवेश करने का कष्ट करें जिससे कि भविष्य के नये निवेशकों को तैयार किया जा सके। 



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