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भारत-सिंगापुर विदेश कार्यालय परामर्श का 17वां सत्र आयोजन

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नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने भारत और सिंगापुर के बीच विदेश कार्यालय परामर्श के 17वें सत्र का आयोजन किया गया। विदेश कार्यालय परामर्श के 17वें दौर में मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। विदेश कार्यालय परामर्श की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व), सौरभ कुमार और अन्य मंत्रियों द्वारा की गई। दोनों पक्षों ने इस वर्ष हुई मजबूत राजनीतिक व्यस्तताओं पर प्रसन्नता व्यक्त की क्योंकि भारत ने विभिन्न स्थानों पर जी20 बैठकों के लिए सिंगापुर के कई मंत्रियों की मेजबानी की गयी थी। इसके अलावा दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, फिनटेक, डिजिटलीकरण, हरित ऊर्जा, कौशल विकास और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे चल रहे सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की गयी। दोनों देशों ने सितंबर 2022 में भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज (आईएसएमआर) की पहली बैठक के दौरान उजागर किए गए कुछ विकास बिंदुओं पर हुई प्रगति पर भी चर्चा की जो अगले संस्करण की प्रतीक्षा कर रहे थे। विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार दोनों पक्षों ने साझा हित के क्षेत्रीय, वैश्विक और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। भारतीय पक्ष ने

विश्व धरोहर सूची में शामिल हुआ "शांतिनिकेतन" देश के लिए बड़ी उपलब्धि

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(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी) नोबेल पुरस्कार विजेता रबींन्द्रनाथ टैगोर के घर शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। ये देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। गौरतलब है कि भारत सरकार के संस्कृति और विदेश मंत्रालय ने हाल ही में यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में इसे शामिल करने की सिफारिश की थी। शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित है। नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने अपने जीवन का अधिकांश समय यहीं बिताया था।  विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया की बधाई हो। हमारे पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर और उन सभी लोगों को सच्ची श्रद्धांजलि जिन्होंने उनके संदेश को जीवित रखा है। भारत लंबे समय से बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांतिनिकेतन को यूनेस्को की सूची में शामिल कराने की कोशिश कर रहा था। हाल ही में केंद्रीय संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी ने बताया था कि यूनेस्को की विश्व धरोहर केंद्र की सलाहकार संस्था आईसीओएमओएस ने शांतिनिकेतन को विश्व विरासत सूची में शामिल करने की सिफारिश की है। यूनेस्को विश्व धरोहर केंद्र की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज विव

जी-20 समेत कई मुद्दों पर जयशंकर ने हिंदू कॉलेज स्टूडेंट्स से की बातचीत

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(रिपोर्ट:शाश्वत तिवारी) भारत ने ऐसे समय में जी20 की अध्यक्षता संभाली है। जब भारत दुनिया के लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदू कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए कहा सच तो यह है कि भारत ने ऐसे समय में जी-20 की अध्यक्षता संभाली है, जब दुनिया के लिए भारत का महत्व बढ़ता जा रहा है। यह दुनिया के लिए आंशिक रूप से हमारी आर्थिक उपलब्धियों के कारण अधिक मायने रखता है क्योंकि अब हम पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गए हैं। आज हम वैश्विक कार्यस्थल, वैश्विक प्रतिभा पूल के लिए आवश्यक माने गए हैं। यह मायने रखता है क्योंकि हमने भी आज एक क्षमता का प्रदर्शन किया है। हमने दूसरे देशों की मदद करने की क्षमता प्रदर्शित की है। इसलिए जी-20 की भारत की अध्यक्षता से अपेक्षाएं और जिम्मेदारियां बहुत असाधारण हैं। विदेश मंत्री  एस. जयशंकर ने आगे कहा कि हमने इंटरनेशनल सोलर अलायंस के जरिए सौर ऊर्जा को लेकर दुनिया की सोच बदल दी है। आज हम अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के माध्यम से दुनिया की खान-पान की आदतों को बदलने का प्रयास कर रहे हैं। हमने आपदा प्रतिक्रिया के गठबंधन

वरिष्ठ पत्रकार अनिल पांडेय अध्यक्ष और अजय कुमार बने एनयूजे (इंडिया) स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

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पत्रकारों और पत्रकारिता के छात्रों के प्रशिक्षण और कौशल विकास में दोनों पदाधिकारियों के अनुभव का लाभ मिलेगा पत्रकारों को बदलती तकनीकी कौशल सिखाने के साथ उन्हें भावी चुनौतियों के लिए प्रशिक्षित कर दक्ष किया जाएगा वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार  लखनऊ। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिट्स (इंडिया) का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर की निम्स यूनिवर्सिटी में रविवार को सम्पन्न हो गया। अधिवेशन में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने एनयूजे (इंडिया) स्कूल ऑफ जर्नलिज्म की गवार्निंग बोर्ड के पदाधिकारियों की घोषणा की। नई दिल्ली निवासी वरिष्ठ पत्रकार अनिल पाण्डेय को अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस पर उत्तर प्रदेश इकाई ने हर्ष जताया है। एनयूजे (इंडिया) स्कूल ऑफ जर्नलिज्म की गवार्निंग बोर्ड के पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि अनिल पाण्डेय और अजय कुमार के पास पत्रकारिता का लम्बा अनुभव है। नवोदित पत्रकारों और पत्रकारिता के छात्रों के प्रशिक्षण और कौशल विकास में दोनों पदाधिकारियों के लम्बे अनुभव का लाभ मिलेगा। पत्र

चांद पर उतरा भारतीय चंद्रयान

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आज भारत ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिग करते हुए एक नया इतिहास रच दिया है। चांद के साउथ पोल पर यान उतारने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया है। इसके पहले 21 अगस्त को रूस ने भी दो दिन पहले लूना-25 मिशन को लैंड कराने की कोशिश की थी लेकिन फेल हो गया। अगर ऐसा हो जाता तो यह रिकार्ड रूस के नाम हो जाता। भारत अब चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला चौथा देश बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह कामयाबी मिली है। चंद्रयान-3 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को 3.35 पर लॉन्च हुआ था और 41 दिन बाद चांद की सतह पर लैंडिंग करने में कामयाब रहा। 

आर्थिक समृद्धि के नए युग के मुहाने पर खड़ा है भारतः मोदी

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नयी दिल्ली (भाषा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की आर्थिक स्थिति के बारे में आकर्षक तस्वीर पेश करने वालीं कुछ रिपोर्ट का जिक्र करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत न्यायोचित एवं सामूहिक समृद्धि की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है और यह आर्थिक समृद्धि के नए युग के मुहाने पर खड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच लिंक्डइन पर लिखी एक टिप्पणी में कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रकाशित दो शोधपरक लेख देखे हैं, जो भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर उत्साही रुख रखने वाले सभी लोगों को पसंद आएंगे। इनमें से एक रिपोर्ट एसबीआई रिसर्च की है, जबकि दूसरी रिपोर्ट पत्रकार अनिल पद्मनाभन ने लिखी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये रिपोर्ट कुछ ऐसे पहलू पर रोशनी डालती हैं जिन्हें देखकर हमें बहुत खुश होना चाहिए। इसके मुताबिक, भारत न्यायोचित एवं सामूहिक समृद्धि हासिल करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। उन्होंने इन रिपोर्ट में दिए गए कुछ आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि एसबीआई रिसर्च ने जमा किए गए आयकर रिटर्न (आईटीआर) के आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 में भारित औसत आय 13 लाख रुपये पर पहुंचने की बात कही है, जबकि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आज वर्चुअली उद्धाटन किया

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पहले चरण में 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित 508 रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प नागरिक सत्ता ब्यूूरो, लखनऊ।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 508 स्टेशनों के पुनर्निर्माण के लिए अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना को वर्चुअली लॉन्च किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा है, नई प्रेरणा है, नए संकल्प हैं। इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन, अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे। उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा।  प्रधानमंत्री ने कहा कि 1300 स्टेशनों मे से आज करीब 25 हजार करोड़ रुपए की लागत से 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो रहा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि ये देश के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए, रेलवे के लिए और सबसे बड़ी बात है मेरे देश के सामान्य नागरिकों के लिए ये कितना बड़ा अभियान होने वाला है। इसका लाभ देश के लगभग सभी राज्यों को मिलेगा। जैसे यूपी में इसके लिए कर

भारत-गाम्बिया के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंध

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रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी केंद्रीय राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मंगलवार को दिल्ली में अपने कार्यालय में गाम्बिया के उच्चायुक्त मुस्तफा जवारा से मुलाकात की और व्यापार, स्वास्थ्य और शिक्षा में सहयोग पर चर्चा की। MoS ने ट्विटर के माध्यम से गैम्बिया के दूत के साथ बैठक की जानकारी दी और लिखा मेरे कार्यालय में गाम्बिया के उच्चायुक्त महामहिम मुस्तफा जवारा का स्वागत करके खुशी हुई। राज्य मंत्री ने कहा व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा और क्षमता निर्माण में सहयोग को आगे बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। इस साल जून की शुरुआत में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय राजधानी में जिम्बाब्वे, गाम्बिया और कांगो के नेताओं की मेजबानी की थी क्योंकि भारत का लक्ष्य अफ्रीका के साथ आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना और दोनों क्षेत्रों के व्यवसायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। उस समय धनखड़ ने गाम्बिया गणराज्य के उपराष्ट्रपति बीएस जालो के साथ देश के साथ भारत के संबंधों और साझेदारी के बारे में भी चर्चा की। भारत और गाम्बिया एक-दूसरे के साथ द्विपक्षीय संबंध रखते हैं। दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और समझौतों के माध्

देवरिया निवासी कैप्टन अंशुमान सिंह के शहीद होने पर मुख्यमंत्री ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी

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शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीद के परिजनों के साथः मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रु की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद अंशुमान सिंह के नाम पर करने की भी घोषणा की फाइल फोटो कैप्टन अंशुमान सिंह लखनऊ। देवरिया जनपद के गांव बरडिहादलपत थाना लार के मूल निवासी सेना के कैप्टन अंशुमान सिंह के सियाचिन में शहीद हो गये। उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से देवरिया ले जाया गया। मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद अंशुमान सिंह के नाम पर करने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। प्रदेश सरकार द्वारा शहीद के परिवार को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। 

अमेरिका से 105 प्राचीन कलाकृतियों की "वतन" वापसी

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(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी) देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विविध क्षेत्रों और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाली तस्करी की गई 105 प्राचीन कलाकृतियों को वापस करने के लिए अमेरिकी सरकार को धन्यवाद दिया है। वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इससे हर भारतीय खुश होगा। इसके लिए अमेरिका का आभारी हूं। ये बहुमूल्य कलाकृतियां अत्यधिक सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखती हैं। उनकी घर वापसी हमारी विरासत और समृद्ध इतिहास को संरक्षित करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इससे पहले भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में कहा था, भारत के विविध क्षेत्रों और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाली तस्करी की गई 105 प्राचीन वस्तुएं, घर लौट रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के बाद अमेरिका की ओर से सौंपे गए पुरावशेष, दूसरी शताब्दी ईस्वी पूर्व के हैं और इनमें उल्लेखनीय सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत शामिल हैं। इनमें से कुछ पुरावशेषों में राजस्थान से बारहवीं-तेरहवीं सदी का एक संगमरमर का मेहराब, मध्य भारत से 14-15वीं सदी की अप्सरा, दक्षिण भारत

जगन्नाथ पूरी में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत की अगुवाई में हुई ऐतिहासिक मंगल कलश यात्रा

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नागरिक सत्ता, ब्यूरो । जगन्नाथपुरी भगवान के चार धामों से एक से एक अत्यंत पूज्य धाम है। जगन्नाथ पुरी में भव्य मंगल कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई श्रीमद्भागवत कथा। ये श्रीमद्भागवत कथा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत अरविंद महाराज के श्रीमुख से कही जा रही है जो 7 दिनों तक चलेगी।  इस भव्य अद्भुत अनुष्ठान में महाराज के 551 भक्त राजस्थान से साथ पैदल चल के आए हैं। उन श्रद्धालुओं की भक्तिमय पदयात्रा से आज जगन्नाथपुरी की सड़कों पर जाम लग गया। इस पवित्र मंगल कलश यात्रा जो महाराज की अगुवाई में हजारों भक्तों के साथ समुद्र से कलश भर कर शुरू हुई। इस कलश यात्रा में भगवान की भक्ति में सराबोर भक्त, भजन गायन के साथ-साथ नृत्य करते हुए संत अरविंद महाराज के कथा स्थल पर पहुंचे। यहां पर उनका भव्य स्वागत, सत्कार किया गया।

गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था हैः प्रधानमंत्री मोदी

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पीएम मोदी के दिखाए मार्ग का अनुसरण कर रहा नया भारतः सीएम योगी गीता प्रेस शताब्दी वर्ष समापन समारोह में बोले मुख्यमंत्री वैश्विक मंचों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव गोरखपुर, नागरिक सत्ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। मानव मूल्यों को बचाने के लिए गीता प्रेस जैसी संस्थाएं जन्म लेती हैं।  उन्होंने कहा कि इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात् कृष्ण भी हैं। वहां करुणा है, ज्ञान का बोध भी है, हां विज्ञान का शोध भी है। यहां सब वासुदेवमय है। यहां की किताबों ने घर-घर में संस्कृति और विरासत पहुंचाई। सावन का पवित्र माह, इंद्र देव का आशीर्वाद, संतों की कर्मस्थली, ये गोरखपुर की गीता प्रेस है। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है, तब ऐसे संस्थान बनते हैं। इसके प

पीएम के हाथों गोरखपुर को मिली रफ्तार, सुविधा और विकास की सौगात

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गोरखपुर से वाया अयोध्या लखनऊ तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम ने दिखाई हरी झंडी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास परियोजना का भी पीएम मोदी ने किया शिलान्यास गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह से जोधपुर-(अहमदाबाद) साबरमती वंदे भारत का भी शुभारंभ गोरखपुर, नागरिक सत्ता । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार अपराह्न राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर को रफ्तार और विकास की सौगात दी। पीएम ने गोरखपुर से वाया अयोध्या, लखनऊ तक चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के कायाकल्प वाली पुनर्विकास परियोजना का भी शिलान्यास किया। गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह से ही पीएम मोदी ने जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया। गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में सम्मिलित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। प्लेटफार्म नंबर एक पर आने के साथ ही वहां यहां खड़ी वंदे भारत की एक बोगी में गए। उपलब्ध सुविधाओं को देखा। बोगी में पहले से बैठे बच्

सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन

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मनसुख मांडविया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री  हिंदुस्तान विविधताओं का देश है और विविधताओं में एकता यह हमारी पहचान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन विविधताओं को सजोएं रखने के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत का मंत्र दिया है। हम एक ऐसे भारत की कल्पना को आगे बढ़ा रहे हैं, जहां पर एक एक भारतीय को गुणवत्ता युक्त जीवन की चिंता की जाती है। समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक देश की आधुनकि स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचा पाएं, इसके लिए भारत सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।    भारत में, लगभग 706 विभिन्न जनजातियाँ हैं, जो कुल जनसंख्या का 8.6% हैं। हमारी जनजातीय आबादी हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग है। भारत के माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है, " भारत का अतीत, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समुदाय के बिना कभी भी पूरा नहीं होगा।" भारत सरकार जनजातीय नैतिक मूल्य प्रणालियों, परम्पराओं, सामाजिक-आर्थिक स्थितियों और जनजातीय संगठनों का समुचित संज्ञान लेकर राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में जनजातीय आबादी के स्वास्थ्य और विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध

फिलिपीन के विदेश मंत्री मनालो "भारत" यात्रा पर

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(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी) फिलीपीन के विदेश मंत्री एनरिक ए मनालो मंगलवार को चार दिवसीय यात्रा पर भारत में हैं, जिसमें दोनों देशों के बीच निवेश एवं कारोबार, नौवहन सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन सहित द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ बनाने को लेकर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार मनालो की यात्रा से भारत और फिलिपीन को अपने द्विपक्षीय संबंधों की समग्र समीक्षा करने और अपने सहयोग को अधिक प्रगाढ़ बनाने के रास्ते तलाशने का अवसर मिलेगा। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और मनालो द्विपक्षीय सहयोग पर भारत-फिलिपीन संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक की 29 जून को सह अध्यक्षता करेंगे। फिलिपीन के विदेश मंत्री मनालो जयशंकर के निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में दोनों पक्ष राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, नौवहन सहयोग, कारोबार एवं निवेश, स्वास्थ्य एवं पर्यटन सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों की समीक्षा करेंगे। बयान के अनुसार दोनों पक्ष आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। फिलिपीन के विदेश मंत्री मनालो 42वें सप्रू हाउस व्याख्यान को संबोधित क

जनविश्वास का टूटना विधायक के जीवन की सबसे बड़ी असफलता है: सतीश महाना

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नेशनल लेजिस्लेटर्स कांफ्रेंस के तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नौ राज्यों के विधायकों को सम्बोधित किया मुम्बई। तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन के अंतिम दिन "आर्ट एंड क्राफ्ट आफ डेवलपिंग योर कांस्टीट्यूएंसी" सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि कोई भी विधानसभा चाहे वह छोटी हो अथवा बड़ी हो जन अपेक्षाएं हर जगह बराबर होती हैं। इसलिए हर विधायक को छोटी से लेकर बड़ी तक हर जनसमस्या को धैर्यपूर्वक सुनने की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जनविश्वास टूट गया तो वह एक विधायक के जीवन की सबसे बड़ी असफलता होती है। श्री महाना नौ राज्यों के विधायकों को बार बार चुनाव जीतने के सुझाव देते हुए कहा कि पहली बार तो चुनाव जीता जा सकता है पर अगली बार चुनाव जीतने के लिए चुनौतियां बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में विश्वास से बड़ी कोई पूंजी नही होती है। जो व्यक्ति कोई काम लेकर आता है तो उसकी भावनाओं को ध्यान में रखकर बात जरूर सुने। जिस तरह एक डाक्टर अपने रोगी की बात को जब ध्यानपूर्वक सुनता है तो उसकी आधी बीमारी तुरंत खत्म हो जाती है, उसी तरह एक विधायक

एक विधायक से उसके क्षेत्र की जनता की बहुत अपेक्षाएं होती हैंः सतीश महाना

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उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायकों से पैनल डिस्कशन में विचार रखे मुंबई। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने आज जियो कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, दिल्ली, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र के विधायकों से पैनल डिस्कशन के दौरान कहा कि एक विधायक से उसके क्षेत्र की जनता की बहुत अपेक्षाएं होती हैं। हम सब उसके लिए काम करते हैं, इसलिए उसका अपने विधायक पर विश्वास होता है और वह अपने विधायक से हर तरह की अपेक्षाएं करती है। जब हम उनकी अपेक्षाएं पूरी नही हो पाती है, तब उसे निराशा होती है। उन्होंने कहा कि हम जनता के लाभ के लिए काम करते हैं। इसलिए वह हमे सदन भेजती है। इसलिए सदन में अपनी प्रतिभा का उपयोग करके जनहितों के लिए काम करना चाहिए। जब भी सदन की कार्यवाही में उपस्थित हो तो नियमावली की पूरी जानकारी के साथ आए और सदन में जब भी मौका मिले अपनी बात जरूर रखे। कार्य पालिका से विधाइका की भूमिका उपर होती है। साथ ही यह भी कहा कि संविधान में एक सीमा तक ही सभी को अधिकार मिले है उन अधिकारों के अंदर ही सबको अपनी भूमिका निभानी होती है। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने उ

भारत विश्व का सबसे विशाल व जीवंत लोकतंत्र हैः ओम बिरला

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सदन में नियोजित गतिरोध से सदनों की गरिमा कम होना गंम्भीर चिंता का विषय हैः ओम बिरला महाराष्ट्र। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्र निर्माण, राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय व्यापक सतत विकास के केंद्रीय विचार के साथ आयोजित मुम्बई में नेशनल लेजिस्लेटर्स कांफ्रेंस का उद्घाटन किया और पंचायत से संसद तक के प्रतिनिधियों से संवाद स्थापित किया। ओम बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे विशाल व जीवंत लोकतंत्र है। विचारों में लोकतंत्र होने के कारण हम आजादी के बाद की कठिन परिस्थितियों का सामना करने में सफल हुए और विश्व के लिए मार्गदर्शक बने।  ओम बिरला ने कहा कि सदन में नियोजित गतिरोध से सदनों की गरिमा कम होती जा रही है। जो गंम्भीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के बाद जनप्रतिनिधि पार्टी का नहीं बल्कि जनता का प्रतिनिधि होता है। प्रतिनिधियों को चाहिए कि वे  विचारधारा की जगह मेरिट के आधार पर सरकार की नीतियों-कार्यक्रमों की सकारात्मक आलोचना करें तथा सदनों का उपयोग जनता के अधिकतम कल्याण के लिए करें। ओम बिरला ने नसीहत दी कि हम अपने अनुभव और बेस्ट प्रेक्टिस को साझा करें। हमारा प्रयास होना चाहिए कि इस

प्रधानमंत्री ने सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त लगभग 70,000 लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किया

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पिछली सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने 58 प्रतिशत ज्यादा नौकरियां दी, अब तक 8 लाख 80 हजार लोगों को मिला रोजगारः स्मृति ईरानी देश भर के 43 स्थानों पर किया गया रोजगार मेले का आयोजन, उतर प्रदेश में लखनऊ, मुरादाबाद, वाराणसी और गोरखपुर में आयोजित हुया रोजगार मेला  लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी विभागों और संगठनों में भर्ती हुए लगभग 70,000 नवनियुक्त सदस्यों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भर्ती हुए सदस्यों को संबोधित भी किया। रोजगार मेले का आयोजन देश भर में 43 स्थानों पर किया गया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित  रोजगार मेले को संबोधित करते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि पिछली सरकार की तुलना में मोदी सरकार ने युवाओं को 58 प्रतिशत ज्यादा नौकरियां दी है। अब तक 8 लाख 80 हजार से ज्यादा नौकरियां युवाओं को मिली है। उन्होंने कहा कि अगर रोजगार मिलने के बाद कैरियर में वृद्धि करनी है तो हर क्षेत्र के बारे में जानकारी रखनी होगी।  केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बैंकिं

राष्ट्रपति मुर्मू ने बधाई देते हुए सूरीनाम के बच्चों को मेड इन इंडिया चॉकलेट दी

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भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए रविवार को सूरीनाम की राजधानी पारामारिबो पहुंचीं। पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से यह राष्ट्रपति मुर्मू की पहली राजकीय यात्रा है। उन्होंने अपने समकक्ष चंद्रिकाप्रसाद संतोखी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों राष्ट्रपतियों ने भारत-सूरीनाम संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की और रक्षा, कृषि, आईटी और क्षमता निर्माण सहित कई क्षेत्रों पर व्यापक चर्चा की। भारत और सूरीनाम ने स्वास्थ्य और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में चार समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति मुर्मू और उनके समकक्ष के बीच सामान्य द्विपक्षीय बैठकों के अलावा सूरीनाम में आम लोगों के साथ उनकी बातचीत सबसे अलग रही। अपने व्यस्त कार्यक्रम और आधिकारिक व्यस्तताओं के बीच राष्ट्रपति मुर्मू ने उन बच्चों के एक समूह से मुलाकात की जो उन्हें बधाई देने आए थे। उसने इन बच्चों को मेड इन इंडिया चॉकलेट की पेशकश की, जिन्होंने बाद में उन्हें उपहार के लिए धन्यवाद दिया।  राष्ट्रपति मुर्मू सर्बिया के लिए रवाना होन