कोरोना से करें बचाव, अफवाहों पर न दें ध्यानः रूपेश कुमार


लखनऊ। यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार ने अपने प्रांतीय अध्यक्ष के निर्देशों का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के समस्त कर्मचारियों, अधिकारयिों और संगठन के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि कोराना वायरस की बिमारी को हल्के में न लें। इस बिमारी से देश में एक हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं और दिन प्रतिदिन संख्या बढ़ती जा रही है इसलिए अफवाहों से बचते हुए बचाव का इन्तजाम करें। रूपेश कुमार ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) द्वारा जारी की गयाी एडवाइजरी को ध्यान से पढ़ने और उसपर अमल करने की जरूरत है। 


रूपेश कुमार ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का यह बार-बार कहना है कि अगर आप इस वायरस से अपने आप को बचाना चाहते हैं तो अपने हाथ को बार-बार धुले ताकि अगर आप कहीं से इस वायरस के संपर्क में आए हों तो वह हाथों के माध्यम से आपके आंख, मुंह और नाक जैसे संवेदनशील इंद्रियों तक ना पहुंचे। उन्होने कहा कि बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना सभी उम्र के लोगों के लिए उतना ही खतरनाक है, जितना बच्चों और बुजुर्गों के लिए, हालांकि बच्चों और बुजुर्गों की प्रतिरोधक क्षमता युवाओं से कम होती है, इसलिए उन पर इसका असर होता है। यही कारण है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या में बुजुर्गों की संख्या अधिक है। बुजुर्गों-बच्चों के अलावा अस्थमा एवं अन्य मरीजों के लिए कोरोना अधिक खतरनाक है।  डब्ल्यूएचओ का कहना है कि अस्थमा मरीज डॉक्टर द्वारा सुझाए गए इनहेलर का इस्तेमाल जरूर करें। इससे कोरोना और अन्य संक्रमण का खतरा कम रहता है। 


रूपेश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे तमाम संदेशों के का जवाब के क्रम में डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस कई सतहों पर घंटों तक अस्तित्व में रह सकता है। अगर कोई कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति फोन, दरवाजे के हैंडल, नोट जैसी किसी सतह को छूता है तो वह सतह भी संक्रमित हो जाता है। अतः यह जरूरी है कि आप अपने फोन को भी समय-समय पर साफ करते रहें, वहीं दरवाजे के हैंडल आदि सतहों के संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथ बार-बार साफ करते रहें। ठीक यही हाल नोटों का भी है, जो दिन भर में ही सैकड़ों हाथों में जाता है। 


रूपेश कुमार ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना के सामान्य लक्षण सिरदर्द, खांसी, मांसपेशियों में दर्द, बुखार और थकान, सांस लेने में परेशानी है। इसके लक्षण दिखने में 5 से 7 दिनों का समय लगता है। इसके लक्षण मरीज के भीतर 14 से 20 दिनों तक बने रहते हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार सामान्य बुखार और कोरोना संक्रमण के कई लक्षण एक जैसे हैं। बिना मेडिकल टेस्ट के इसको अंतर कर पाना बहुत मुश्किल है। सर्दी, बुखार, गले में संक्रमण फ्लू और कोरोना दोनों के सामान्य लक्षण हैं लेकिन डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को सांस फूलने की शिकायत जरूर रहती है। 


रूपेश कुमार ने कहा कि अपनी जिन्दगी हमें स्वंम बचानी है इस लिए हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। खांसते और छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें और इस्तेमाल करने के बाद इसे तुरंत फेंक दें। टिशू ना हो तो हाथ से मुंह ढंककर छींकने या खांसने की बजाय बांह से मुंह ढंककर छींके या खांसे। अपने आंख, नाक और मुंह को ना छुएं। लेकिन अगर ऐसा करना जरूरी है तो छूने से पहले और छूने के बाद अपना हाथ जरूर धोएं या उसे सैनिटाइजर से साफ करें। कोशिश करें कि किसी भी सर्दी-जुकाम से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में ना जाएं। कुछ भी खाने से पहले हाथ को अच्छे से साबुन या हैंडवाश से धुलें। धुलने का समय कम से कम 20 सेकेंड का होना चाहिए।


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