लोकतंत्र की आड़ लेकर कानून की धज्जियां उड़ाने वालों को बख्शा नहीं जायेगाः मुख्यमंत्री


लखनलऊ। विधान सभा में बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बीते तीन साल में जितनी भी नियुक्तियां की है, उनमें आरक्षण का पूरा-पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होनें सीएए के नाम पर हिंसा करने वालों को सचेत करते हुए कहा कि जो लोकतंत्र की आड़ लेकर कानून की धज्जियां उड़ाएगा, तो फिर वह जिस भाषा में समझेगा, उसे उसी भाषा में समझाया जाएगा। उन्होंने कहा विपक्ष के नेता उन लोगों के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। जो लोग राष्ट्रविरोधी नारे लगाते हैं और देश के टुकडे़-टुकडे़ करने की बात करते हैं। उनके बीच कुछ लोग अपनी बेटे- बेटियों को भेजते हैै। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतन्त्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है, परन्तु संविधान की मर्यादा के अंदर बात कही जाए। जिन लोगों ने यह कहा था कि बच्चों से गलती हो जाती है, वे महिला सशक्तीकरण की बात करते हैं। जिन लोगों ने अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलाने जैसा कृत्य किया था, वे हमसे आंदोलनकारियों के उत्पीड़न की बात करते हैं।


 


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सिर पर टोपी पहनने से धर्म नहीं हो जाता है। धर्म का मतलब कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन है। रामराज्य की बात करते हैं- हर कोई नहीं जान पायेगा कि रामराज्य है क्या? मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यह साबित हो गया है कि जो लोग रामभक्त थे, वे सही थे, और उनपर गोली चलाने वाले गलत थे। उन्होंने कहा कि 19 दिसम्बर 2019 को असामाजिक तत्वों के साथ ऐसे संगठन भी शामिल हुए थे, जो इस देश की शांति के खिलाफ काम करने के लिए टेरर फंडिंग लेकर काम करते हैं। उन्होंने विपक्ष के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया कि मौजूदा सरकार में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा-मैं डंके की चोट पर कह रहा हूँ कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले समय मे दी गई ढाई लाख नौकरियों में पूरी तरह से आरक्षण के नियमों का पालन किया गया है। प्रदेश में 56 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई है, जिसमें  28 लाख छात्र पिछड़े वर्ग के हैं। सीएम ने कहा कि हमारे लिए दल से बड़ा देश है। हमारी सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर नागरिकता कानून का विरोध क्यों हो रहा है। इस कानून को भाजपा ने नहीं बनाया है। यह कानून 1955 में बना था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता आएगी और जाएगी, पर देश से बड़ा कुछ नहीं हो सकता।  हममें देश को सर्वोपरि मानकर ही अपनी सोच बनानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को भी लालच दिया गया था, परंतु वे जानते थे कि वंचितों, शोषितों और दलितों का हित कहां है, इसलिए वे टस से मस नहीं हुए। परन्तु जोगेन्द्र नाथ मंडल नाम के कानूनविद जिन्ना के बहकावे में आकर पाकिस्तान चले गए। वे वहां के कानून मंत्री भी बने लेकिन जल्द ही उनका मोहभंग हो गया और जोगेन्द्र नाथ मंडल 1950 में भारत आ गये। तब उन्हें यहां शरणार्थी बनकर रहना पड़ा। वे एक गुमनाम जिंदगी जिये और गुमनामी में ही उनकी मौत हो गयी। दूसरी ओर बाबा साहब आजाद भारत में संविधान के शिल्पी और फिर कानून मंत्री बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश ने राष्ट्रभक्त बाबासाहब को पूरा सम्मान दिया। आज देश में बाबा साहब के पांच स्मारक हैं, उन्हें देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न दिया गया। यह होता है एक देशभक्त का सम्मान। लोगों को यह तय करना होगा कि उन्हें किस रास्ते को चुनना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश है और यह देश रहेगा परन्तु देश के साथ गद्दारी करने वालों को गुमनामी की मौत के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग इस देश के खिलाफ प्रदर्शन करने वालो के समर्थन में अपने बेटे-बेटियों को भी भेजने से गुरेज नहीं करते। ऐसे लोगों को टेरर फंडिंग से चलने वाले पीएफआई जैसे आतंकी संगठन का समर्थक ही कहा जायेगा।


 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। इसके लिए उसे केन्द्र के विभिन्न विभागों के द्वारा दर्जनों पुरस्कार मिले हैं। उन्होंने कहा आज प्रदेश के बारे में लोगों का नजरिया बदल चुका है। पहले यूपी के लोगों को कहीं बाहर कमरा नहीं मिलता था, अब यूपी के हर व्यक्ति का बाहर सम्मान है। आप प्रदेश के बाहर जाकर इसकी जानकारी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज करते हुए कहा कि एक उम्र के बाद सच बोलने की आदत डाल लेनी चाहिए। आलोचना करते समय यह देखना चाहिए कि वास्तविकता क्या है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार स्मार्ट पुलिसिंग के तहत कानून व्यवस्था में सुधार को और शानदार बनाने जा रही है। हम प्रदेश के अंदर सुरक्षा का वातावरण पैदा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, और इसी के तहत हम कैराना और कांधला के बीच पीएसी की कम्पनी स्थापित करने जा रहे हैं। बिजनौर और सम्भल में भी पीएसी की कंपनियां स्थापित होंगी। विपक्ष के टोकने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के हर जिले में कोई ना कोई बड़ा काम कर रही है, बिजनौर हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए सुरक्षित माहौल के लिए वहां पहले पीएसी बल को स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने नेता विरोधी दल की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमने बलिया को भी मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है, अब तो आप खुश हो जाइए।


इससे पहले कार्य स्थगन के प्रस्ताव के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चैधरी ने नियुक्तियों में आरक्षण का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के तुगलकी फरमान के कारण नियुक्तियों में आरक्षण का पालन नहीं किया जा रहा है। जिस वोट बैंक के कारण भाजपा सत्ता में आई, आज उन्हीं को नजरंदाज करने का काम कर रही है। बसपा के लालजी वर्मा ने कहा कि 85 प्रतिशत आबादी के खिलाफ लोक सेवा आयोग ने गलत निर्णय लिया है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि आरक्षण को लेकर विपक्ष द्वारा मिथ्या प्रचार किया जा रहा है। विपक्ष द्वारा बीजेपी को बदनाम करने की नाकाम सजिश की जा रही है। संसदीय कार्य मंत्री के जवाब से नाराज होकर सपा और बसपा ने सदन से वाकआउट किया। इसके पूर्व प्रश्न प्रहर में बसपा सदस्य सुषमा पटेल ने निजी विश्वविद्यालयों मंे आरक्षण व्यवस्था की बाबत सरकार से सवाल किया। सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के अनुसार ही निजी विश्वविद्यालयों में ऐसी कोई व्यवस्था है और ना ही सरकार कोर्ट के इस निर्णय के खिलाफ कोई रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगी। सरकार के इस जवाब से असंन्तुष्ट बसपा सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।


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