मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुल्तानपुर में पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय लोकार्पण किया

 


मुख्यमंत्री ने जनपद सुल्तानपुर के विकास एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की 



लखनऊ ।


 


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद सुल्तानपुर में पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय का उद्घाटन/ लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रथम बैच के प्रशिक्षु आरक्षियों को सम्बोधित करते हुए ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ कर्तव्य निर्वहन की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का प्रथम ध्येय है भयमुक्त वातावरण सृजित करना एवं प्रदेश को विकास की ओर अग्रसर करना। इस उद्देश्य पर चलते हुए पुलिस को वर्तमान परिवेश के अनुसार दक्ष करने हेतु ऐसे पुलिस प्रशिक्षण विद्यालयों की आवश्यकता महसूस की गयी और प्रदेश में 9 प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना की गयी, जिसमें हजारों की संख्या में प्रशिक्षु आरक्षियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 



मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण केन्द्रों की उपयोगिता को देखते हुए इस जनपद में प्रशिक्षण केन्द्र संचालित किया जा रहा है। शीघ्र ही ऐसे एक और प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन/लोकार्पण जनपद जालौन (उरई) में होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रयागराज में सम्पन्न हुए कुम्भ, सामान्य लोक सभा निर्वाचन-2019 तथा काशी में सम्पन्न हुए अप्रवासी सम्मेलन में पुलिस एवं प्रशासन की अहम भूमिका रही।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस का व्यवहार पब्लिक फ्रेण्डली होना चाहिये, कोई भी पीड़ित यदि पुलिस के पास आता है, तो उसकी बात गम्भीरता से सुनें तथा उसकी समस्या का समाधान ईमानदारी के साथ करें। पुलिस को ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिये। वर्तमान सरकार द्वारा पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस के आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से इसका बजट बढ़ाया गया है, ताकि पुलिस बैरक, पुलिस आवास, थाना चैकी आदि का सुदृढ़ीकरण हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि 18 रेंज में फोरेन्सिक लैब की स्थापना की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। अपराध को समाप्त करने के लिये पुलिस को आधुनिक टेक्नोलाॅजी से लैस किया जा रहा है, ताकि उ0प्र0 पुलिस को दुनिया के आधुनिकतम पुलिस बल के रूप में स्थापित किया जा सके। 



इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने विकास एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की तथा अधिकारियों को अपने दायित्वों का निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निर्वहन करने के निर्देश दिये। उन्होंने पेट्रोलिंग बढ़ाने, अवैध शराब पर पूर्ण पाबन्दी लगाने, पर्व एवं त्यौहारों पर चैकसी बरतने के निर्देश दिये।  


मुख्यमंत्री को जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत स्वीकृत 5758 लाभार्थियों की डी0पी0आर0 में से 2842 लाभार्थियों की जाॅच आख्या तहसील से प्राप्त हो चुकी है, जिसमें से 1899 लाभार्थी पात्र एवं 943 लाभार्थी अपात्र पाये गये। शेष 2916 लाभार्थियों की पात्रता की जांचोपरान्त भुगतान की कार्यवाही की जायेगी। 


मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि भागीदारी किफायती आवास योजनान्तर्गत नगर परिषद सुलतानपुर के लोहरामऊ मार्ग पर स्थित उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद द्वारा 192 आवासों के निर्माण कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री नगरीय अल्प विकसित एवं मलिन बस्ती विकास योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 में 02 नगर निकायों नगर पालिका परिषद सुलतानपुर के 04 कार्य रू0 59.88 लाख तथा नगर पंचायत कोइरीपुर के 04 कार्य रू0 51.89 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी। पं0 दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत सामाजिक गतिशीलता एवं संस्थागत विकास, समूह निर्माण, बैंक लिंकेज आदि कार्य कराये जा रहे हैं। कौशल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के माध्यम से शहरी गरीबों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।    


मुख्यमंत्री को अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि भू-माफियाओं तथा अतिक्रमण कर्ताओं के विरूद्ध जनपद में कुल 41 शिकायतें पायी गयीं, जिनका समाधान कर दिया गया है। लोकवाणी/जनसेवा केन्द्रों के माध्यम से प्राप्त होने वाली राजस्व विभाग की सेवाओं तथा खतौनी की नकल, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र का समयान्तर्गत निस्तारण किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार की दैवी आपदाओं बाढ़, सूखा, ओलावृत्ति, अग्निकाण्ड से प्रभावित व्यक्तियों को शत-प्रतिशत राहत प्रदान की गयी है। 


मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन चिकित्सालयों में स्वीकृत कुल पदों की संख्या-176 के सापेक्ष 146 चिकित्सकों की उपस्थिति पायी गयी। सरकारी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता शत-प्रतिशत पायी गयी। इमरजेन्सी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विस 102 एवं 108 एवं ए0एल0एस0, जिनकी संख्या क्रमशः 39, 23 व 04 है, जो क्रियाशील पायी गयी। जनपद में जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में हुए संस्थागत प्रसव के लाभार्थियों का प्रतिशत 80ः70 रहा। वेक्टर जनित बीमारियों से ग्रसित 05 मरीज जिनका इलाज किया गया।


मुख्यमंत्री ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों, जिनमें 06 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 02 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा 01 जिला चिकित्सालय (जयसिंहपुर) शामिल हैं, के अपूर्ण पाये जाने पर, उन्हें शीघ्र पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये। राज्य/14वें वित्त आयोग के अन्तर्गत एक्शन साफ्ट/प्रिया साफ्ट वेयर पर राज्य/केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त धनराशि/अनुदान राशि के व्यय में सुधार लाने के भी निर्देश दिए।


मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2019-20 में ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत निर्माण एवं प्रशिक्षण की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की भी समीक्षा की। उन्हें अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 256 जोड़ों का विवाह कराया गया है। इसी प्रकार महिला हेल्पलाइन '181' के अन्तर्गत 255 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनका रेस्क्यू कर निराकरण किया गया। 


मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के अन्तर्गत चयनित राजस्व ग्रामों में विकास विभाग के माध्यम से संचालित योजना के अन्तर्गत संतृप्तीकरण की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्हें अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 936 का लक्ष्य प्राप्त हो गया है, पात्रों का पंजीकरण चल रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन (एन0आर0एल0एम0) के अन्तर्गत जिले में 10 हजार समूहों का गठन किया गया है। 


 


इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जनपद प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


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