आलमबाग डिपो में क्षेत्रीय प्रबंधक का आदेश कोई मायने नहीं रखता
लखनऊ।
पूरे देश एवं प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा तमाम कदम उठाए जा रहे है। वहीं आलमबाग डिपो में एक महिला द्वारा अपने ऊपर अभद्र आचरण की शिकायत करने पर दोषियों के विरूध कार्यवाही करने के बजाय महिला के उपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जाना बहुत ही शर्मनाक बात है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के आलमबाग डिपो में कुछ दिनों पहले आलमबाग डिपो के केन्द्र प्रभारी मधु श्रीवास्वत के कार्यालय में ट्राइमेक्स कम्पनी के कर्मचारी अनिल विश्वकर्मा द्वारा नियमित परिचालक मीनाक्षी यादव के पक्ष में उॅची आवाज में बात करते हुए अभद्र भाषा शैली का प्रयोग किया गया था। केन्द्र प्रभारी मधु श्रीवास्तव की शिकायत पर क्षेत्रीय प्रबंधक पीके बोस ने दिनांक 8 अगस्त को सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आलमबाग को प्रत्र लिखकर ट्राइमेक्स कम्पनी के कर्मचारी अनिल विश्वकर्मा को तत्काल कार्य से हटाते हुए ट्राइमेक्स कम्पनी से दुसरा कर्मचारी मंगाने एवं इस प्रकरण की जांच कर परिचालक मिनाक्षी यादव के उपर अनुशासनिक कार्यवाही का निर्देश दिया था।
उक्त प्रकरण में लगभग 11 दिन बितने के बाद भी न ही ट्राइमेक्स कम्पनी के कर्मचारी को हटाया गया और न ही इस प्रकरण में कोई जांच की गयी। सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोषियों पर कार्यवाही करने के बजाय आलमबाग डिपो के अधिकारियों द्वारा शिकायत कर्ता केन्द्र प्रभारी मधु श्रीवास्तव के उपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
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