राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के दो दिवसीय 24वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन

  • बुद्धि-विवेक के साथ, नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने का सामर्थ्य और संवेदनशीलता ही लोक सेवक की पहचान: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों के दो दिवसीय 24वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है। हमें एक लम्बी यात्रा को आगे बढ़ाना है। इस यात्रा के साथ जुड़ते हुए जब हम आगे बढ़ रहे हैं, तो संघ लोक सेवा आयोग व विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोग को एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ना होगा। सभी लोक सेवा आयोगों को देश के युवाओं की आकांक्षाओं को एक नई उड़ान देने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सम्मेलन अपने आप में एक लघु भारत का दृश्य प्रस्तुत करता है, क्योंकि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्य सम्मिलित हुए हैं। सम्मेलन में आपसी विचार-विमर्श से बहुत कुछ जानने-समझने, एक दूसरे के अनुभवों को साझा करने तथा नये प्रयोगों को जानने का अवसर प्राप्त होगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे कार्मिकों का चयन संघ लोक सेवा आयोग तथा राज्य लोक सेवा आयोगों पर निर्भर है। चयनित कार्मिकों में बुद्धि-विवेक के साथ ही नेतृत्व क्षमता, कार्य करने व निर्णय लेने का सामर्थ्य और आमजन के प्रति संवेदनशीलता भी हो। संवेदनशील प्रशासन ही जन विश्वास का प्रतीक बन सकता है। लोकतंत्र में आमजन की उपेक्षा नहीं की जा सकती। कार्मिकों को गरीब के प्रति संवेदनशील होना ही चाहिए। जाति, मत, मजहब से इतर हर पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए। सभी पात्र व्यक्तियों को शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्राप्त होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में बिना भेदभाव समाज के हर वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मेलन देश के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल होगा।


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