14 वर्षों के संघर्ष के बाद मिला जनपद को पुराना गौरव: नीरज शाही

देवरिया। कभी चीनी के कटोरे के रूप में ख्याति प्राप्त देवरिया जनपद गन्ना विहीन हो गया है, इस क्षेत्र के चीनी उद्योग बन्द हो गए हैं। पूर्ववर्ती सरकारों में यहां की चीनी मिलों को बेच दिया गया था। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यहां के गन्ना किसानों में एक नई आशा जगी है। नई चीनी मिल की स्थापना के मुख्यमंत्री के निर्देश पर भूमि की व्यवस्था करने के लिए राजस्व अधिकारियों को लगाया गया है।

चीनी मिल की स्थापना एवं बंद मिलों को संचालित कराने के लिए लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज शाही पिछले 14 वर्षों से प्रयासरत हैं। नीरज शाही के प्रयास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई चीनी मिल की स्थापना की घोषणा की थी। जिसके बाद अब राजस्व अधिकारियों ने भूमि खोजना शुरू कर दिया है। बैतालपुर के राम जानकी मंदिर के प्रांगण में क्षेत्र के उपस्थित किसानों ने नीरज शाही को माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर एक नई चीनी मिल की स्थापना की घोषणा पर खुशी का इजहार किया। 

नीरज शाही ने उपस्थित सैकड़ों किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह लड़ाई मैंने तब शुरू की थी जब 2008 में बसपा सरकार में चीनी मिलों को बेचा जा रहा था। उसी समय मैने सड़क पर उतर कर चीनी मिल विक्रय का विरोध किया। 2017 में भाजपा सरकार के गठन के बाद बार-बार पूज्य महाराज से मिलकर उक्त चीनी मिलों को बचाने के साथ ही एक नई चीनी मिल की स्थापना हेतु पत्रक देकर मिलता रहा जिस पर सलेमपुर आगमन पर मुख्यमंत्री ने मंच से किसानो को आश्वस्त किया कि कमेटी गठित कर दी गई है जहाँ चीनी मिल की स्थापना हेतू सर्वे की जायेगी। जिसके तहत मुख्यमंत्री ने देवरिया के जीआईसी ग्राउंड में बैतालपुर में सुगर काम्पलेक्स की घोषणा की। 

उपस्थित बरारी के किसान रामानद मणि, बरनई किसान संजय तिवारी, मुकुंदपुर के किसान बिद्यामणि सहाय, सझवा हरिसहाय होसिला आदि ने नीरज शाही को बधाई देने के साथ ही साथ योगी आदित्यनाथ जी का भी आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम में बृजेश तिवारी, पंडित सुभाष तिवारी, शैलेंद्र सिंह टुन्नु, घनश्याम मणि, बेचन मणि, राजू मणि, रामानन्द पांडेय, बरारी सूर्यनारायण तिवारी, किसान अनिल मणि, संजय तिवारी, अनुरुद्ध सिंह, विजय बहादुर सिंह, अखिलेश दुबे, रामाज्ञा प्रसाद, मनोज मणि, अनिल चौबे, सुनील मणि, संदीप मणि, रमेश मौर्य, विनोद सिंह, अर्जुन यादव, पवन चौहान, उग्रसेन सिंह, मुन्ना सिंह, कमलेश मणि, देवी शरण जायसवाल, रामेश्वर मिश्र, लल्लन यादव, किसान रोहित श्रीवास्तव, लक्की श्रीवास्तव, हरेंद्र चौहान, दिनेश चौहान, विजय यादव, ऋतिक श्रीवस्त, रमेश विश्वकर्मा, भानु गुप्ता, अनिल मणि, कमलेश मणि त्रिपाठी, सुनील मणि सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।

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