पूर्वान्चल में एम्स की नितान्त आवश्यकता थीःयोगी

 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स का विधिवत निरीक्षण 
देश भर में निर्माणाधीन 6 एम्स संस्थानों में गोरखपुर एम्स निर्माण में प्रथम


जेपी दुबे 


गोरखपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स का विधिवत निरीक्षण किया जिसके अन्तर्गत ओ.पी.डी. लैब आदि को देखा तथा एम.बी.बी.एस. के प्रथम वर्ष में प्रवेश लिए छात्र छात्राओं से संवाद कर उनके प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।इस अवसर पर निदेशक एम्स की वर्तमान एंव भविष्य की कार्य योजना का प्रस्तुतिकरण किया तथा बताया कि एमण्बीण्बीण्एस के प्रथम वर्ष में 50 छात्र छात्राओं का प्रवेश हुआ जिसमें 32 छात्र तथा 18 छात्राएं है और अगले वर्ष में 100 छात्रा छात्राओं का प्रवेश होगा। एम्स में 12 विभागों की ओण्पीण्डीण् प्रारम्भ हो चुकी है यहां प्रतिदिन 1200.1300 मरीज आते है। अब तक कुल 269000 मरीजों का आनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुका हैए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया निरन्तर चालू है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल हेतु उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने हेतु एम्स की नितान्त आवश्यकता थी इस के दृष्टिगत एम्स का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्सा सेवा में एम्स महत्वपूर्ण है यह एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है जिसका उद्देश्य आम आदमी को सहज सुलभ सस्ती एंव बेहतर चिकित्सकीय सेवा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि एम्स चिकित्सा सेवा के उच्चतम मानक को प्राप्त करें तथा इस क्षेत्र में अग्रणी स्थान बनायें।मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल की आवश्यकता हो देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जुलाई को 2016 को इसका शिलान्यास किया गया तथा 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने ओ0पी0डी का उद्घाटन किया। देश के अन्दर 6 एम्स स्वीकृत हुआ है जिसमें गोरखपुर एम्स की निर्माणध्कार्य प्रगति तीब्र है। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि प्राणी मात्र के कल्याण के लिए समर्पण भाव से कार्य करना सबसे बड़ा है पुण्य है और चिकित्सकों के लिए इससे बड़ा मार्ग नही हो सकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक को संवेदनशील होना चाहिएए संवेदनशीलता चिकित्सक की अच्छाई एंव उसकी कार्य कुशलता का परिचायक होता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चिकित्सक गण जहां चिकित्सा सेवा की अति आवश्यकता हो ऐसे गांव को गोद लेकर अपनी सेवाएं प्रदान करें। समाज को संवेदना से जोड़ना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार एम्स के सहयोग सुरक्षा एंव सुविधा हेतु हर समय अपना योगदान प्रदान करेगी इसके साथ ही यदि कोई समस्या आती है तो जिला प्रशासन को अवगत कराये जिला प्रशासन सहयोग हेतु तत्पर है। बताया गया कि सितम्बर 2020 तक एम्स निर्माण का कार्य पूर्ण हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स की सुरक्षा के दृष्टिगत आदर्श थाना स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि इंसेफलाइटिस जैसी बीमारी को नियंत्रित किया जा चुका है और इसके इलाज हेतु सीएचसी पीएचसी जिला चिकित्सालय मेडिकल कालेज आदि में समुचित व्यवस्था की गयी है आवश्यकता है कि बीमारी के लक्षण दिखते ही मरीज को तत्काल नजदीक के अस्पताल में पहंचाया जाये ताकि उसका त्वरित इलाज हो सके। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात हेतु जन जागरूकता पर विशेष बल दिया।इस अवसर पर निदेशक एम्स संजीव मिश्रा मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर आईजी जे0एन सिंह जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन एसएसपी डा0 सुनील गुप्ता उप निदेशक एम्स एन.आर. विश्नोई जन प्रतिनिधि गण आदि उपस्थित रहे।


 


 


 


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