बरसात ने पीपी माडल पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की खोली पोल


लखनऊ। करोड़ो की लागत से पीपी माडल पर बनाया गया आलमबाग बस टर्मिनल का दो दिन के बारिश में ही पानी टपकने लगा छत। आलमबाग डिपो के कर्मचारियों को कम्प्यूटर और ईटीएम मशीनों को बचाने के लिए छाते का प्रयोग करना पड़ रहा है। आलमबाग बस टर्मिनल में जब से चारबाग डिपो और आलमबाग डिपो का कार्यालय सिफ्ट हुआ है तभी से बारिश के मौसम में पानी टपकने से कार्यालय में पानी आ जाता है। सबसे मजे की बात यह है कि जिस शालीमार कम्पनी ने बस टर्मिनल बनवाया और मेन्टिनेश एवं पूरी बिल्डिंग का ठेका ले रखा है उसके कर्मचारी देखने तक नहीं आ रहे हैं ठिक कराना तो दूर की बात है। अधिकारियों ने शालिमार कम्पनी से बात की तो उनके कर्मचारियों ने कहा कि जब बारिश बन्द होगी तब देखा जायेगा।


 


इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार कहा कि जब भी बरसात होती है ईटीएम, चेकिंग रूम, कम्प्यूटर कक्ष एवं प्रशासनिक कार्यालय में पानी भरजाता है। कर्मचारियों को छतरी लगाकर कम्पयूटर पर काम करना पड़ता है। ईटीएम मशीनों को छाता लगाकर जनरेट करना पड़ता है। प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।



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