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लद्दाख बार्डर पर चीनी सैनिकों की वजह तनाव का माहौल

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नई दिल्लीः 26 मई, 2020 चीन-भारत बार्डर पर इन दिनों चीनी सेना के रवैये से तनाव का माहौल है। पूरी दुनिया कोरोना से लड़ाई लड़ रही है वहीं चीन के सैनिक बार्डर पर रोज नया विवाद खड़ा कर रहे हैं। प्रोफेशनल होने का दावा करने वाली चीन की सेना नें पिछले दिनों पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग त्सो झील वाले इलाके में 5 मई को हुई झड़प के वक्त चीन के सैनिकों ने भारतीय जवानों पर डंडों, कांटेदार तारों और पत्थरों से अटैक किया था। एनएनआई द्वारा सूत्रों के हवाले दी गयी  रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। इसके मुताबिक चीन के सैनिकों ने गुंडों जैसा बर्ताव किया। चीन के सैनिक संख्या में भारतीय जवानों से ज्यादा थे, फिर भी अन-प्रोफेशनल तरीके से पेश आए और बेवजह की उग्रता दिखाई। उनका रवैया बिल्कुल गुंडों जैसा था। उन्होंने भारतीय जवानों के चारों ओर टिड्डियों जैसा घेरा बना लिया था।   लद्दाख में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच एक महीने में तीन बार झड़प हो चुकी है। चीन ने नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास भारतीय इलाकों में घुसपैठ कर अस्थाई ठिकाने बना लिए हैं। उसने एलएसी के पास करीब 5 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं। जवाब में भारतीय सेना ने भी जवानो

कामगारों, श्रमिकों  की सम्मानजनक व सुरक्षित वापसी के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित: मुख्यमंत्री

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  लखनऊ: 26 मई, 2020 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश आने के इच्छुक मजदूरों की सूची प्राप्त करने के लिए राज्य सरकारों को पत्र प्रेषित किया जायेगा। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार सभी कामगारों, श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी सकुशल सम्मानजनक व सुरक्षित वापसी के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने निःशुल्क ट्रेन तथा बस की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आने वाले सभी कामगारों व श्रमिकों की स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन सेन्टर अथवा होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। कामगारों, श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन के माध्यम से फूड पैकेट सुलभ कराने एवं होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले कामगारों, श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराने एवं होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान करने एवं इनके लिए खाद्यान्न की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कामगारों, श्रमिकों के नए राशन कार्ड भी बनाने

प्रबन्ध निदेशक राजशेखर ने रूपेश कुमार और उनकी टीम को बधाई दी

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  लखनऊ: 23 मई, 2020 जम्मु कश्मीर से 13 साइकिल से बिहार के लिए चले 19 मजदूरों को जब वे 22 तारिख की रात दो बजे शंकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के सामने से गुजर रहे थे तब यूपीएसआरटीसी के कर्मचारियों नोडल इंचार्ज रूपेश कुमार और उनकी टीम के एसपी सोनकर, वसीम सिद्धिकी, रौनक पाल, अनिल भट्ट, मो.हलीम इत्यादि ने उन मजदूरों को रोका और उन्हे बस में बैठाया और साइकिल को छतों पर रखकर उनके गन्तव्य स्थान तक भेजा। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक आईएएस राजशेखर ने मुख्यमंत्री के मानवीय सोच को आगे बढ़ाते हुए शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय पर तैनात यूपीएसआरटीसी कर्मचारियों को बधाई दी है। 

कोटा में फंसे यूपी के छात्रों को उत्तर प्रदेश पहुंचाने का लाखों रुपए का बिल भेजा राजस्थान रोडवेज ने 

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लखनऊः 22 मई, 2020 पूरे हिन्दुस्तान में लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में भेजने की कोशिश जारी हैं। लेकिन राजनैतिक पार्टियों ने श्रेय लेने के लिए इस पर सियासत भी शुरू कर दी है। मजदूरों को पैदल और सायकिल से जाते देख कर लॉकडाउन के चैथे चरण में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसों को यूपी बार्डर पर भेजने की बात कही और यूपी में बसों के प्रवेश की अनुमति भी मांगी। इस पर यूपी सरकार ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए बसों की सूची मांगी। यूपी सरकार ने प्रियंका के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने जो बसों के नाम पर जो नंबर उपलब्ध करवाएं हैं उनमें कई नम्बर आटो रिक्शा, एम्बुलेंस और स्कूटर के निकले। इस लिए कांग्रेस की बसों लेने से इन्कार कर दिया। अब राजस्थान सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 36.36 लाख रुपए का बिल भेजा है। ये बिल उन छात्रों के नाम से भेजा गया है, जिन्हें राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा कोटा (राजस्थान) से उत्तर प्रदेश छोड़ा गया था। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए 70 बसें उप

कोविड-19 से बचाव पर शोध करने वाले सभी छात्रों को मिलेगा 17 हजार रुपए का पुरस्कारः कमला रानी

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  लखनऊ: 20 मई, 2020 डाॅ एपीजे प्राविधिक विश्वविद्यालय में आयोजित एक वेबीनार में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव पर शोध करने वाले सभी स्टूडेंट्स को 17 हजार रुपए का पुरस्कार मिलेगा। इस पुरस्कार में 11 हजार रुपए विश्वविद्यालय की ओर से और छः हजार रुपये पीएसआईटी, कानपुर की ओर से दिए जाएंगे। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए विकसित किये गये उपकरणों की प्रदर्शनी हेतु आयोजित इस वेबीनार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि एकेटीयू के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा कोविड-19 महामारी में उत्पन्न हुयी चुनौतियों को अवसरों में तब्दील कर नवाचारों के रूप में सृजित करने का कार्य किया है। उन्होंने प्रत्येक प्रोटोटाइप को पीएसआईटी, कानपूर द्वारा प्रदान की जाने वाली छह हजार रूपये की प्रोत्साहन धनराशि के चेक वितरित किये। उन्होंने कहा कि विवि प्रो पाठक के नेतृत्व में शोध एवं नवाचारों के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी इसी तरह से नवाचार के कार्य करते रहें। प्राविधिक शिक्षा विभाग शोध एवं

चित्र कला विशेषः लाॅकडाउन में हो तन किन्तु स्वस्थ्य रहे मन

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जेपी शुक्ला लखनऊः 15 मई, 2020 कलाकार का शरीर भले ही लाॅकडाउन के पिंजरे में कैद हो लेकिन कला उपासक के मन को बंधन में बांधना किसी के बस में नही, ऐसे ही एक कलाकार की कला इन दिनों घटते प्रदूषण और बढ़ती शान्ति में बिल्कुल किसी हरे भरे वृक्ष सी उभर रही है।  वाॅश चित्रकारी और चित्रकला के अन्य शाखाओं की सिद्धहस्त कलाकार शिखा पाण्डेय की नवीन कलाकृति ‘‘लाॅकडाउन में हो तन किन्तु स्वस्थ्य रहे मन’’ अब बनकर तैयार है। अगर पेंटिंग से जुड़ी एक विशेष विद्या वाॅश कला की बात की जाए तो पूरे देश में इस विद्या के अब कुछ ही जानकार बचे हैं इन्हीं नामों में से एक नाम शिखा पांडे का है। वे वाॅश विद्या की ज्ञाता तो है ही साथ ही चित्र कला से जुड़ी इस खत्म होती विद्या को बचाने का कार्य भी कर रही है। जिस से आने वाली पीढ़ी इस कला को आगे बढ़ाएं और समय के साथ साथ वॉश कला भी प्रचलित विद्याओं में आ जाए। शिखा जी को समय-समय पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जाता रहा है।  राज्य ललित कला अकादमी पूरे देश भर में विभिन्न कला प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का आयोजन करती रहती हैं। इन्हीं आयोजित कार्यशाला एवं कला प्रदर्शनीयों में शिखा प

नेशनल टेक्नोलॉजी डे पर ऑनलाइन साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्विज का आयोजन

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लखनऊः 15 मई, 2020 पूरा देश कोरोना जैसी भयानक संक्रामक रोग से लड़ रहा है। लॉक डाउन के कारण लोग अभी भी घर में रहकर ही काम कर रहे है। स्कूलों में ऑनलाइन पढाई शुरू है। नेशनल टेक्नोलॉजी डे 11 मई को ध्यान के रखकर मेक माई ट्यूशन के सहयोग से सिटीसीएस एवम अंजली फिल्म प्रोडक्शन्स ने विज्ञान एवं प्रद्योगिकी पर आधारित ऑनलाइन साइंस एंड टेक्नोलॉजी क्विज आयोजित किया। इसमे कुल 262 आवेदन आये एवं 251 प्रतिभागी पास हुए। प्रतियोगिता में कोरोना वायरस से जुड़े प्रश्नों सहित विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी के प्रश्न रहे। ऑप्शनल टेस्ट पर आधारित इस क्विज में किसी भी प्रकार का रजिस्ट्रेशन चार्ज नही लिया गया। मेक माई ट्यूशन के संचालक राजकुमार मौर्य ने बताया की इस तरह की क्विज से जनता को टेक्नोलॉजी की जानकारियों एवं अन्य जागरूकता की ओर अग्रसर किया जा सकता है। सह आयोजक अंजली पांडेय ने बताया की लॉक डाउन में लगभग सभी एक्टिविटीज ऑनलाइन ही चल रही है जिसमें इस प्रकार के क्विज जनता की बोरियत को कम और शिक्षा की तरफ आकर्षण बढाते है। भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को ई सर्टिफिकेट का वितरण किया गया है। इस क्विज में टेक्निकल सहयोग जुलक