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बदलते विचारों का संवाद: लोग परिवार के बजाय दोस्तों के साथ मनाना चाहते है छुट्टियां

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आईसीआईसीआई लोम्बार्ड की अध्ययन रिपोर्ट पेश लखनऊ । छुट्टियों के दौरान पर्यटन स्थलों या अन्य स्थानों पर घूमने के लिये लोग अब परिवार के बजाय दोस्तों के साथ जाना पसन्द कर रहे है, इसके लिये उन्हें चाहे अपनी निजी इच्छाओं को भले दबाना क्यों न पड़े। यह तथ्य आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के हुये अध्ययन रिपोर्ट में सामने आया है। उत्तर प्रदेश की राजधानी सहित देश के विभिन्न शहरों में हुये सर्वे के मुताबिक लखनऊ के लगभग 97 प्रतिशत लोग अपने परिवार की बजाय अपने दोस्तों के साथ छुट्टी का आनंद लेना चाहते हैं। अध्ययन से यह भी पता चला, कि लगभग 50 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सफर के लिए सही साथी के रूप में करीबी दोस्तों और साथ में काम करने वालों को चुना। सर्वेक्षण के उत्तरदाताओं में से मुंबई (29 फीसदी), अहमदाबाद (26 फीसदी) और हैदराबाद (22 फीसदी) के लोग साल में एक बार अपने  दोस्तों के साथ वैकेशंस मनाने का इरादा रखते हैं, वहीं चेन्नई (32 फीसदी) और दिल्ली (22 फीसदी) में उत्तरदाता अपने स्कूल या कॉलेज के दोस्तों से अपनी एनुअल एल्युमनी मीट में मिलना कहीं अधिक सही मानते हैं। लखनऊ के अधिकांश उत्तरदाता, वैकेशंस को बहुत सकारात्मक स

टारगेटेड थेरेपी से सालो-साल जीवन संभव हो गया लंग कैंसर के मरीजों का: डॉ.गौरव गुप्ता

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लंग कैंसर पर जागरूकता लखनऊ। लंग कैंसर भयावह बीमारी है,अगर समय पर इलाज शुरू कर दिया जाये तो भयावह नहीं है। मगर दुर्भाग्य है कि प्रदेश में 85 प्रतिशत मामले अस्पताल पहुंचने के पहले ही कैंसर गंभीरता की चैथी स्टेज पर पहुंच चुके होते हैं। उस समय चिकित्सक के पास मरीज को लंबा जीवन देने के लिए कैंसर मुक्त करने का कोई उपाय नही है। सिवाय दर्द मुक्त जीवन देने के। यह जानकारी शनिवार को डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एसि.प्रो. डॉ.गौरव गुप्ता ने दी। लोहिया संस्थान में फेफड़ों के नॉन स्मॉल सैल लंग कैंसर के बचाव व इलाज की जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से डॉ.गुप्ता ने बताया कि देश में लंग कैंसर के हर साल 67000 नये मामले आते हैं। यह नॉन स्मॉल सेल, सभी प्रकार के लंग कैंसर में पाया जाता है, गौरतलब है कि इस कैंसर के लक्षण प्रकट नही होते हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अभी तक माना जाता था कि लंग कैंसर केवल धूम्रपान करने वाले पुरुषों में ही होता है, मगर मिथक टूट चुका है। यह बात सही है कि लंग कैंसर के मरीजों में 70 प्रतिशत मरीजों की हिस्ट्री सिगरेट व त बाकू सेवन का होता है, मगर वर्तमान में घर पर रहन

वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट का हिस्सा बनेंगे इलेक्ट्रानिक और वेब मीडियाः संतोष गंगवार

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  नई दिल्ली। आईएफडब्लूजे के पदाधिकारियों ने केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार से मिलकर इलेक्ट्रानिक और डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट में शामिल करने की मांग से सम्बन्धित ज्ञापन सौंपा। श्रम मंत्री ने ज्ञापन को स्वीकार करते हुए इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि इलेक्ट्रानिक और डिजिटल मीडिया के पत्रकार भी अब वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट में शामिल कर लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नए प्रावधान के तहत सारी विसंगतियां दूर कर ली जाएंगी। आईएफडब्लूजे ने मांग की कि वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट के विशिष्ट स्वरुप को बचाए रखने की आवश्यकता है जिससे उन्हें अन्य लाभकारी कानूनों का लाभ पूर्व की तरह मिलता रहे। आईएफब्लूजे की यह भी मांग है कि पत्रकारों की ठेके पर नियुक्ति पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए और हर आठ साल के अंतराल में उनके वेतन एवं भत्तों को बढ़ाने के लिए वेज बोर्ड का गठन किया जाए। अपनी मांगों को लेकर आईएफडब्लूजे समेत अखबारों के सभी शीर्ष श्रमिक संघों ने 10 अक्टूबर को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। आईएफडब्लूजे प्रतिनिधि में राष्ट्रीय उ

बरसात ने पीपी माडल पर बने आलमबाग बस टर्मिनल की खोली पोल

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लखनऊ। करोड़ो की लागत से पीपी माडल पर बनाया गया आलमबाग बस टर्मिनल का दो दिन के बारिश में ही पानी टपकने लगा छत। आलमबाग डिपो के कर्मचारियों को कम्प्यूटर और ईटीएम मशीनों को बचाने के लिए छाते का प्रयोग करना पड़ रहा है। आलमबाग बस टर्मिनल में जब से चारबाग डिपो और आलमबाग डिपो का कार्यालय सिफ्ट हुआ है तभी से बारिश के मौसम में पानी टपकने से कार्यालय में पानी आ जाता है। सबसे मजे की बात यह है कि जिस शालीमार कम्पनी ने बस टर्मिनल बनवाया और मेन्टिनेश एवं पूरी बिल्डिंग का ठेका ले रखा है उसके कर्मचारी देखने तक नहीं आ रहे हैं ठिक कराना तो दूर की बात है। अधिकारियों ने शालिमार कम्पनी से बात की तो उनके कर्मचारियों ने कहा कि जब बारिश बन्द होगी तब देखा जायेगा।   इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार कहा कि जब भी बरसात होती है ईटीएम, चेकिंग रूम, कम्प्यूटर कक्ष एवं प्रशासनिक कार्यालय में पानी भरजाता है। कर्मचारियों को छतरी लगाकर कम्पयूटर पर काम करना पड़ता है। ईटीएम मशीनों को छाता लगाकर जनरेट करना पड़ता है। प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।

पूर्वान्चल में एम्स की नितान्त आवश्यकता थीःयोगी

  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स का विधिवत निरीक्षण  देश भर में निर्माणाधीन 6 एम्स संस्थानों में गोरखपुर एम्स निर्माण में प्रथम जेपी दुबे  गोरखपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स का विधिवत निरीक्षण किया जिसके अन्तर्गत ओ.पी.डी. लैब आदि को देखा तथा एम.बी.बी.एस. के प्रथम वर्ष में प्रवेश लिए छात्र छात्राओं से संवाद कर उनके प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।इस अवसर पर निदेशक एम्स की वर्तमान एंव भविष्य की कार्य योजना का प्रस्तुतिकरण किया तथा बताया कि एमण्बीण्बीण्एस के प्रथम वर्ष में 50 छात्र छात्राओं का प्रवेश हुआ जिसमें 32 छात्र तथा 18 छात्राएं है और अगले वर्ष में 100 छात्रा छात्राओं का प्रवेश होगा। एम्स में 12 विभागों की ओण्पीण्डीण् प्रारम्भ हो चुकी है यहां प्रतिदिन 1200.1300 मरीज आते है। अब तक कुल 269000 मरीजों का आनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुका हैए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया निरन्तर चालू है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल हेतु उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने हेतु एम्स की नितान्त आवश्यकता थी इस के दृष्टिगत एम्स का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्स

कर में रियायतों से छोटे और मझोले उद्योगों को फायदाः सिद्धार्थनाथ सिंह

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उद्योगों को गुणवत्ता पर देना होगा ध्यान लखनऊ।  भारतीय गुणवत्ता परिषद द्वारा पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के सहयोग से सांतवे क्षेत्रीय गुणवत्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रदेश सरकार में खादी और ग्रामोद्दोग कपड़ा छोटे और मझोले उद्दोगों तथा एनआर आई विभाग के मंत्री सिद्दार्थनाथ सिंह ने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री ने करों में जिस तरीके से रियायतों का एलान किया है उससे उतर प्रदेश में उद्दोंगों खासकर छोटे और मझोले उद्दोगों को काफी फायदा होगा। लेकिन इसके लिए इन्हें गुणवत्ता पर भी ध्यान देना होगा नहीं तो इन रियायतों का इन्हें पूरा फायदा नहीं मिल पायेगा। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार छोटे और मझोले उद्दोंगों को लेकर एक कानूनी मसौदा तैयार कर रही है। मसौदे में पर्यावरण के मुद्दे को छोड़कर अन्यकिसी भी मुद्दे को उद्दोग लगाने के बाद तीन साल के भीतर भी हल किया जा सकेगा। वस्तुओं और सेवाओं की गुणवत्ता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मध्यम आय वर्ग के लोगों का एक बड़ा बाजार तेजी से उभरा है लेकिन उनकी मानसिकता गुणवत्ता को लेकर सकारात्मक है। गुणवत्ता के अभाव में कोई उत्पाद या कारोबार अब बहुत दिनों

पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नही- रतन दीक्षित

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उपजा के बैनर तले पत्रकारों ने दिया शांतिपूर्ण धरना  लखनऊ।  प्रदेश में पत्रकारों पर हो रहे हमले एवं निष्पक्ष खबर प्रकाशित करने पर बौखलाए आधिकारियों द्वारा दर्ज कराए जा रहे एफआईआर के विरोध में उत्तर प्रदेश के पत्रकार संगठन यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन उपजा के प्रदेश नेतृत्व के आवाह्न पर संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी व जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों की ओर से लखनऊ के हजरतगंज स्थित अम्बेडकर पार्क में शांतिपूर्ण धरने का आयोजन कर ज्ञापन सौंपा गया। विभिन्न जनपदों में शासन द्वारा खबर लिखने अथवा दिखाने पर उत्पीड़न ,देश के अन्य राज्यों की तरह पत्रकार सुरक्षा कानून बनाये जाने की मांग, देश के विभिन्न राज्यों की ही तरह 60 वर्ष के ऊपर वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन योजना के तहत 15 हजार रूपए प्रतिमाह पेंशन,प्रदेश के विभिन्न जनपदों में रियायती दर पर भूखण्डध्भवन उपलब्ध कराना और राज्य मुख्यालय की तरह विभिन्न जनपदों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने समेत पत्रकारों पर दर्ज हुए मुकदमे की उच्चस्तरीय जांच कराकर मामले को निस्तारित करने की मांग की गई।  शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष रतन दीक्