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प्रेम पत्थर को भी भगवान बना देता है: हेमलता शास्त्री

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लखनऊ। खाटूश्याम मन्दिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन देवी हेमलता शास्त्री ने राजा परीक्षित के जन्म और उससे जुड़ी कथा सुनाई। राजा परीक्षित को क्रमिक मुनि से सात दिवस में मृत्यु का श्राप मिला जिसके निवारण हेतु सुकदेव जी महाराज का आगमन हुआ। देवी हेमलता शास्त्री ने कहा कि जीवन में दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है। नज़रिया बदलेंगे तो दुख में भी सुख की अनुभूति होगी। मन्दिर में पत्थर है किन्तु प्रेम उस पत्थर को भी भगवान बना देता है। देवी हेमलता ने कहा कि हमें प्रभु को निरन्तर धन्यवाद देना चाहिए। ईश्वर ने शरीर अच्छा दिया किन्तु हम शरीर के प्रति लापरवाह हुए तो रोग मिला। रिश्ते प्रेम से जुड़ते हैं किन्तु उनमें कटुता हमारी गलतियों से आती है। हमें चिन्तन करना होगा और दृष्टिकोण बदलना होगा। जब तक आप स्वयं हार नहीं मानेंगे तब तक आपको कोई हरा नहीं सकता। उन्होंने कहा कि संसार में अमृत भरा है किन्तु आपको उसमें से लेना आना चाहिए। संसार में बहुत आनन्द है किन्तु जीना आना चाहिए।  कथा के दौरान देवी हेमलता शास्त्री ने राधे किशोरी दया करो, जो पहले दिया है वही कम नहीं है उसी को निभाने के काबिल नहीं हूं

डब्ल्यूएचओ के साथ भारत के मजबूत होते संबंध

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नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अरिंदम बागची ने मंगलवार को जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत और डब्ल्यूएचओ के सहयोग क्षेत्रों पर व्यापक चर्चा की। उनके बीच डब्ल्यूएचओ पारंपरिक चिकित्सा केंद्र, डिजिटल स्वास्थ्य और कोविड महामारी से जुड़ी वार्ता भी हुई। जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह जानकारी दी। मिशन ने एक पोस्ट में लिखा डब्ल्यूएचओ के साथ भारत के संबंध मजबूत हो रहे हैं। स्थायी प्रतिनिधि अरिंदम बागची ने पारंपरिक चिकित्सा और डिजिटल स्वास्थ्य सहित वैश्विक स्वास्थ्य में भारत-डब्ल्यूएचओ सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस से मुलाकात की। वैश्विक स्वास्थ्य संस्थान के महानिदेशक घेब्रेयसस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा स्थायी मिशन में भारत के राजदूत अरिंदम बागची का स्वागत है। मैं वैश्विक स्वास्थ्य में भारत की भूमिका को आगे बढ़ाने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्

बच्चों को कार की जगह दें संस्कार : हेमलता शास्त्री

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सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का पहला दिन  शान्ति और तृप्ति देती है भागवत कथा : हेमलता शास्त्री कलश यात्रा संग शुरु हुई कथा, बताया भागवत महात्म्य लखनऊ। गोमती तट स्थित खाटू श्याम मंदिर परिसर में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारम्भ हुआ। मंगलवार को प्रसिद्ध कथावाचक देवी हेमलता शास्त्री ने भागवत महिमा बताई तथा लोगों को सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। कथा के पहले दिन महापौर सुषमा खर्कवाल ने व्यास पीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया। देवी हेमलता शास्त्री ने कहा कि कथा श्रवण विकारों को निकालता है, शान्ति और तृप्ति देता है। यह भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का सम्मुच्चय है जो धर्म की क्लिष्टता को सरल बनाते हुए कथा रूप में प्रवाहित होता है। यह ऐसा फल है जिसमें गुठली नहीं है केवल रस है। जो रसपान करेगा उसे तृप्ति और मुक्ति मिलेगी। उन्होंने भागवत महात्म्य एवं धुन्धकारी की कथा सुनायी। उन्होंने लोगों से परिवार संभालने की अपील करते हुए कहा कि बच्चों को कार की जगह संस्कार दें जिससे लोक और परलोक दोनों का कल्याण होगा। इसके पूर्व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश यात्रा निकाली गई। मुख्य यजमान जगदीश अग्रवाल और सुनीता अग्र

न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान को पितृ शोक

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लखनऊ। हाईकोर्ट लखनऊ पीठ के न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान के सत्तासी वर्षीय पिता डाक्टर रतन सिंह का निधन सोमवार को हो गया। वह एडिशनल डायरेक्टर मेडिकल हेल्थ के पद से वर्ष 1994 में सेवा निवृत्त हुए थे। डाक्टर रतन सिंह अपने पीछे पत्नी ऊषा सिंह सहित तीन पुत्र और पौत्र छोड़ गए। न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान लखनऊ हाईकोर्ट में बहुत योग्य और अधिवक्ताओं के प्रिय तथा कानून के विशेष जानकार जजों में जाने जाते हैं। न्यायमूर्ति के पिता डाक्टर रतन सिंह काफी दिनो से बीमार थे उनका इलाज पीजीआई में चल रहा था। न्यायमूर्ति के पिता का दुखद समाचार सुनते पूरे हाईकोर्ट में शोक की लहर दौड़ गई। सायं पांच बजे उनका अंतिम संस्कार भैसाकुंड घाट पर किया गया। जहां हजारों की संख्या में अधिवक्ता और न्यायमूर्ति उपस्थित हुए।

वोसाप संस्था द्वारा 2000 निर्धन नेत्र रागियों का कराया गया निशुल्क ऑपरेशन

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संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त गैर लाभकारी संस्था वोसाप अमेरिका के संस्थापक अध्यक्ष प्रणव देसाई की प्रेरणा 2000 निर्धन नेत्र रोगियों के निशुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य को पूरा करने के साथ ही शिविर का समापन समारोह दीन बंधु नेत्र चिकित्सालय में आयोजित किया गया। वोसाप के आर्थिक सहयोग से 4 मार्च से 31 मार्च तक चलने वाले शिविर में 7128 मरीजों का पंजीयन और परीक्षण किया गया। 3812 नेत्र रोगियों को रेफ़्रेक्शन कर अन्य समाधान दिया गया। दूर दूर से ग्रामीण अंचल से आये 2000 निर्धन नेत्र रोगियों का निशुल्क मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ कल्याणम करोति के संस्थापक सदस्य विमल कुमार शर्मा और प्रिय तन्मय शर्मा के चित्र पर पुष्पांजलि कर किया गया। आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर कृष्ण गोपाल (राष्ट्रीय स्वयं सेवक ) थे। एनडीआरआई करनाल हरियाणा से आये डॉक्टर आर सी उपाध्याय, एम्स नई दिल्ली के न्यूरो सर्जन डॉ शाश्वत मिश्रा, डॉ आशा शुक्ला एवं उमा आयुर्वेद से उमाशंकर, गौरी शंकर, नॉएडा से पधारे प्रख्यात प्लास्टिक सर्जन डॉ रवीन्द्र शर्मा, आशु शुक्ला सेवानिवृत आईजी सीआरपीएफ के सा

मोदी पर अंगुली उठाने वाले भारत के विकास में अवरोधक: मुख्यमंत्री योगी

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अयोध्या का एयरपोर्ट महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया  प्रबुद्धजनों का आह्वान आपको नरेंद्र मोदी व अनूप वाल्मीकि बनकर घर घर जाना होगा लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को हाथरस में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री व हाथऱस से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी अनूप वाल्मीकि ’प्रधान’ के लिए जनसमर्थन की अपील की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकसित भारत सर्वांगीण विकास ही मोदी की गारंटी है। विकसित भारत में बिना भेदभाव हर व्यक्ति जाति-समुदाय को सम्मान व आगे बढ़ने का अवसर मिले। बेटी व्यापारियों को समान सुरक्षा की गारंटी हो, जहां अराजकता नहीं बल्कि कानून का राज हो। जातिवाद परिवारवाद नहीं सबका साथ-सबका विकास हो और यही विकसित भारत की परिकल्पना का आधार है। मोदी की गारंटी को हमने जमीनी धरातल पर उतरते देखा है, इसलिए पूरे देश को ’मोदी की गारंटी’ पर विश्वास है। मोदी पर अंगुली उठाने वाले भारत के विकास में अवरोधक हैं। यह विकसित भारत के मार्ग के बैरियर हैं। हमें इन बैरियर को हटाना होगा और मोदी जी के नेतृत्व में सुरक्षित व समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए कार्य क

वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा के निधन पर शोक सभा का आयोजन

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लखनऊ। पिछले पांच दशक से विभिन्न समाचार पत्रों में संपादन का कार्य कर चुके वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त स्व. ज्ञानेंद्र शर्मा (80) के निधन के बाद आज एक शोकसभा का आयोजन किया गया। जिसका आयोजन एनयूजे उत्तरप्रदेश के संरक्षक सुरेंद्र दूबे के आवास पर हुआ। उपस्थित पत्रकारों ने वरिष्ठ पत्रकार स्व. ज्ञानेंद्र शर्मा को याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोकसभा में उपस्थित पत्रकारों ने दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से प्रार्थना की कि दुख की इस घड़ी में उनके स्वजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। एनयूजे के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सक्सेना ने वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय ज्ञानेंद्र शर्मा से जुड़े संस्मरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके निधन से पत्रकारिता जगत को अपूर्णीय क्षति पहुंची है। इस पर मौजूद रहे एनयूजे के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रमोद गोस्वामी, संरक्षक के बक्स सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार ने भी शोक व्यक्त करते हुए उनसे जुड़े संस्मरण पर प्रकाश डाला।  शोकसभा में प्रदेश महामंत्री संतोष भगवन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनुपम चौहान, प्रदेश प्रवक्ता डॉ अतुल मोहन सिंह, लखनऊ इकाई के