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भाषा विश्वविद्यालय में होली मिलन समारोह का आयोजन

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  लखनऊ (ना.स.)। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में होली मिलन समारोह का आयोजन कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्रो सौबान सईद ने नज़ीर अकबराबादी द्वारा लिखी नज़्म 'होली की बहारें' से किया। इस कार्यक्रम में प्रेम और सौहार्द के रंगों का अनोखा मेल देखने को मिला जब एमकॉम की छात्रा सिदरा नाज़ ने 'होली आई रे कन्हाई' गीत प्रस्तुत किया एवं नौरीन फा़तिमा ने 'होली खेले रघुवीरा' गीत से सबको मंत्रमुग्ध किया।  शिक्षकों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहां कि होली का त्योहार एकता का प्रतीक है और जितने रंग और प्रतिभाएं उन्हें इस विश्वविद्यालय में देखने को मिली है वह कहीं और नहीं मिली। उन्होंने यह भी कहा कि यह हम सब की ज़िम्मेदारी है कि हम मिलकर इस विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएं। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने उर्दू भाषा पर स्वरचित कविता का पाठ भी किया और बताया कि इस विश्वविद्यालय ने ही उन्हें इसे लिखने की प्रेरणा दी। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो पाठक ने सभी को होली की शुभका

होली पर्व राष्ट्रीय एकता, आपसी सौहार्द एवं भाई-चारा बनाने एवं भारतीय संस्कृति की रक्षा की प्रेरणा देता है: हृदय नारायण दीक्षित

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  लखनऊ (ना.स.)। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने होली पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए उनके सुख-समृद्धि की कामना की है। अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा है कि होली का सांस्कृतिक महत्व ‘मधु’ से है। यह पर्व एक ऐसा प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक परिवेश रचती है, जो मधुमय व रसमय होता है। त्रृग्वेद के अनुसार होली का अर्थ संचय से जुटाई गयी मिठास से है। होली एक ऐसा अद्वितीय पर्व है जो कि सृजन के बहुआयामों से जुड़ा होने के साथ-साथ सामुदायिक बहुलता के आयाम से जुड़ा हुआ है। यह पर्व हमें राष्ट्रीय एकता व आपसी सौहार्द एवं भाई-चारा बनाये रखने के साथ ही भारतीय संस्कृति की रक्षा की प्रेरणा देता है। श्री दीक्षित ने इस कोरोना काल में प्रदेशवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए सजगता एवं सहजता के साथ होली का त्योहार मनायें।

एकेटीयू: आईईटी लखनऊ के सह आचार्य निलम्बित कूटरचित प्रमाण पत्र लगाने का आरोप

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लखनऊ (ना.स.)। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ के इलेक्ट्रिकल विभाग के सह आचार्य डॉ सतेन्द्र सिंह को प्रोन्नति के लिए प्रस्तुत प्रमाण पत्रों के कूटचरित किये जाने के प्राथमिक प्रमाण मिलने के बाद निलंबित कर दिया गया है। कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत डॉ सतेन्द्र द्वारा सह-आचार्य से आचार्य पद के लिए दावेदारी प्रस्तुत की गयी थी। इस के लिए डॉ सतेन्द्र द्वारा विभिन्न शैक्षिक एवं शोध सम्बन्धित उपलब्धियों के दस्तावेज प्रस्तुत किये गये थे। समिति द्वारा किये गये परीक्षण में कतिपय दस्तावेजो के कूटचरित होने की बात सामने आई थी, जिसके बाद विवि प्रशासन द्वारा डॉ सतेन्द्र को निलंबित कर दिया गया है। पिछले दिनों आई ई टी में कैरियर एडवांसमेन्ट स्कीम की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी। चयन समिति द्वारा डॉ सतेन्द्र को आचार्य पद पर प्रोन्नति केलिए अर्ह नही पाया गया। इसके उपरांत डॉ सतेन्द्र की पत्नी द्वारा शासन को शिकायत कर प्रोन्नति प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए। उनकी पत्नी द्वारा कहा गया कि डॉ सतेन्द्र की प्रोन्नति नियमानुसार की जानी चाहिए थी, जो नहीं की गई। उनकी शिकायत पर सभ

भाषा विश्वविद्यालयः अरब और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध पर व्याख्यान

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लखनऊ(ना.स.)। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के अरबी विभाग के तत्वावधान में नेशनल कौंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ उर्दू लैंग्वेज नई दिल्ली की सहयोग से “मोहद्दिसे कबीर मौलाना हबीबुर रहमान आजमी मेमोरियल लेक्चर सीरीज” के अंतर्गत एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के मुख्य वक्ता जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के अरबी भाषा के प्रमुख विद्वान और साहित्यकार प्रो. रिजवान उर रहमान ने अरब और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध विषय पर प्राचीन ग्रंथों के संदर्भ से विचार व्यक्त किये। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, प्रो रिजवान ने कहा कि अरब और भारत के बीच संबंध बहुत पुराने हैं। इन संबंधों ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक, आर्थिक और धार्मिक आदान प्रदान को बढ़ावा दिया है। भारत के तटीय क्षेत्र प्रमुख रूप से उनके संपर्क में थे। दो शताब्दी पूर्व भी भारत से अरब देशों को निर्यात होता था और अरब देशों के बाजारों में भारतीय मसाले सामान्य रूप से उपलब्ध रहते थे। आपसी संबंधों का आदान प्रदान सांस्कृतिक क्षेत्र में भी था।  कार्यक्रम कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम

रामपुर धौताल गांव के निर्दोष ग्रामीणों को परेशान कर रही पुलिस: ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी

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  देवरिया (ना.स.)। पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी ने शहर के राघव नगर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि त  तरकुलवा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर धौताल में ओवरहेड टैंक के निर्माण को लेकर मैंने ग्रामीणों से कहा था कि जब तक पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक ओवर टैंक नहीं बनेगा। अगर ऐसा हुआ तो मैं खुद धरना दूंगा। परंतु कुछ ग्रामीण किसी के बहकावे में आकर वहां पहुंचे और अधिकारियों पर पथराव कर बैठे। जो नहीं होना चाहिए। इस लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात करनी चाहिए। वहीं इस मामले में नामजद 13 और अज्ञात 40 लोगों पर मुकदमा लिखा गया। अज्ञात 40 लोगों की जगह  पुलिस द्वारा ग्रामीणों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण आज भी अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि इनके हक और इंसाफ के लिए मैं हर मुमकिन कदम उठाने के लिए तैयार हूं। बेकसूर ग्रामीणों के हालात को देखते हुए मैं इस बात को शीर्ष नेतृत्व तक ले जाऊंगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह पंचायत चुनाव की स्थिति दिख रही है, उस से लग रहा है कि तानाशाही प्रदेश सरकार पंचायत चुनाव चु

कोरोना से बचाव के लिए स्वदेशी वैक्सीन अवश्य लगवायेंः राज्यपाल

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लखनऊ (ना.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज अहमदाबाद (गुजरात) स्थित अपने आवास पर कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन लगवाई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृृत्व में पूरा देश कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है देश और प्रदेश के सभी लोगों को अपनी बारी आने पर वैक्सीन अवश्य लगवानी चाहिए। 

एशियन किड्स ठाकुरगंज में राष्ट्रीय गौरैया दिवस मनाया गया

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लखनऊ (ना.स.)। विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर एशियन किड्स ने गौरैया के महत्व और उन्हें बचाने की आवश्यकता के बारे में बच्चों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय गौरैया दिवस मनाया। बच्चों ने हैंड बोर्ड हाथ में लेकर सेव स्पैरो के स्लोगन बोलते हुए गौरैया के संरक्षण का संदेश दिया। पारिस्थितिकी तंत्र में गौरैया के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और गौरैया के संरक्षण का संदेश देने के लिए, जो अन्य आम पक्षियों की तुलना में तेजी से गायब हो रहे हैं। बच्चों ने मजेदार और आकर्षक गतिविधियों स्पैरो कलरिंग और पेस्टिंग में पार्टिसिपेट किया  जिसमें लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण का संदेश था और उन्हें संवादात्मक तरीके से विलुप्त होने से बचाने की आवश्यकता बताई। बच्चों ने गौरैया बचाने का संकल्प लिया। उन्होंने यह संदेश फैलाया कि हर किसी को अपने घर में एक कटोरी में पानी और अनाज डालना चाहिए। गौरैया की तस्वीरें रंगी और उन्हें बगीचे में सजाया। इन गतिविधियों से बच्चों में मानवता का दृष्टिकोण विकसित होता है । संस्थापक निदेशक शहाब हैदर ने कहा कि जानवरों और पक्षियों की प्रजातियों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है