बेहतरी के लिए तकनीक विकसित करने का कार्य करें संस्थानः मुख्यमंत्री


लखनऊ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि का प्रथम स्थापना दिवस समारोह शुक्रवार को विवि के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में  उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर स्थापना दिवस समरोह के शुभारम्भ सत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, प्रावधिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह एवं सचिव प्राविधिक शिक्षा भुवनेश कुमार बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे। 


इस अवसर पर विवि के पूर्व कुलपतियों का सम्मान किया गया, जिसमें मुख्य रूप से फाउंडर कुलपति प्रो दुर्ग सिंह चैहान एवं प्रो प्रेमव्रत शामिल हैं। साथ ही 68  शिक्षको का सम्मान  किया गया। यह ऐसे शिक्षक हैं जो विगत 20 वर्षों से लगातार विवि के सम्बद्ध संस्थानों में शिक्षक के तौर पर कार्य कर रहे हैं। 
स्थापना दिवस समरोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण प्राविधिक शिक्षा की सुनिश्चितता के लिए विश्वविद्यालय द्वारा उत्कृष्ट प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विवि की नींव रखने वाले कुलपति प्रो दुर्ग सिंह चैहान के प्रयासों को प्रो पाठक ने उन्नयन की ओर ले जाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मिसाइलमैंन भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का नाम पाकर और अधिक ऊर्जावान हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में तकनीकी संस्थानों की जिम्मदारी है कि वह समाज की बेहतरी के लिए तकनीक विकसित करने का कार्य करें।


विश्वविद्यालय का हुआ सुधार प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना के माध्यम से विवि के राजकीय, अनुदानित एवं घटक संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और प्रयोगशालाओं का आधुनिकरण संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विवि की प्रतिबद्धता छात्र-छात्राओं को रोजगार के बेहतर और सुलभ अवसर उपलब्ध करना है इस क्रम में विवि ने यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल के गठन के माध्यम से 30 से अधिक ड्राइव्स में हजारों छात्र-छात्राओं को सुलभ रोजगार के अवसर मुहैया करवाने का कार्य किया है। विवि के कुलपति प्रो पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी के निर्देशन में शुचितापूर्ण तरीके से हुयी 280 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्राविधिक शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय हैद्य इस तरह के ऐतिहासिक कार्यों से राजकीय तकनीकी संस्थानों में गुणवत्ता का सुधार हुआ हैद्य साथ ही प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष जी के प्रयासों से शोध और नवाचारों को बढ़ावा मिल सका है। राज्य मंत्री संदीप सिंह ने  शुभारम्भ सत्र के अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। शुभारम्भ सत्र में डीडीयू गोरखपुर विवि के कुलपति वीके सिंह, एचबीटीयू, कानपुर के कुलपति प्रो एनबी सिंह, बीबीएयू, लखनऊ के कुलपति प्रो संजय सिंह, विवि के कुलसचिव नन्द लाल सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, विभिन्न संस्थानों के, चेयरमैन, निदेशक,  शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। 



दूसरे सत्र में तकनीकी उच्च शिक्षा की चुनौतियों पर हुयी चर्चा 
 स्थापना दिवस समारोह के दूसरे सत्र में प्राविधिक उच्च शिक्षा की चुनौतियों पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया। इस पैनल डिस्कशन सत्र में प्रो डीएस चैहान, पूर्व कुलपति, एकेटीयू, प्रो प्रेमव्रत, पूर्व कुलपति, एकेटीयू, प्रो विनय पाठक, कुलपति, एकेटीयू, प्रो वीके सिंह, कुलपति, डीडीयू गोरखपुर,  प्रो बीवी फनी, आचार्य, आईआईटी, कानपुर एवं डॉ शैलेन्द्र जैसवाल, मेंबर रेलवे बोर्ड  बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित रहेद्य सत्र का सञ्चालन सृजन पाल सिंह ने किया। सत्र में चर्चा के उपरांत निष्कर्ष निकला कि हमें प्रोडक्ट बेस्ड लर्निंग को बढ़ाया देना चाहिए साथ ही हमें पौराणिक ग्रंथो में सुझाई गयी तकनीक जिस पर आज की तकनीक के आधारित होने के प्रमाण मिलते हैं को प्रचारित एवं प्रसारित करना चाहिए।


समारोह के तृतीय और अंतिम सत्र में  22 सम्बद्ध संस्थानों के चेयरमैनो को भी सम्मानित किया गया।  इसके साथ ही समारोह में प्रतिभा सम्मान समरोह में 117 छात्र-छात्राओं को पुरुस्कृत किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय में सेवा प्रदान कर रहे एक तृतीय श्रेणी कर्मचारी रवीन्द्र एवं एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अमरेन्द्र को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के क्रम में सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त प्राविधिक शिक्षा।


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