आजम खां के उपर फर्जी मुकदमों को लेकर सपा सदस्यों ने नहीं चलने दिया सदन


लखनऊ।


विधान परिषद में आज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन नहीं चलने दिया। सदस्यों ने सपा नेता व सांसद आजम खां पर दर्ज किये जा रहे मुकदमों को झूठा बताते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने आजम खां को रातो-रात भूमाफिया बना दिया है। उत्तेजित सपा सदस्य वेल में आकर सरकार से सदन की सर्वदलीय कमेटी बनाने की मांग कर रहे थे, जिसे नेता सदन व उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि पहले आप लोगों ने जो कमेटी गठित की है, उसकी रिपोर्ट आ जाने दीजिये। सपा सदस्यों ने वेल में आकर जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। प्रश्न प्रहर हंगामे की भेंट चढ़ गया। शून्य प्रहर भी हंगामे की भेंट चढ़ गया।


बैठक सभापति रमेश यादव केे सभापतित्व में शुरू हुई। प्रश्न प्रहर शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि हमारे नेता आजम खां पर सरकार ने फर्जी मुकदमें दर्ज कर उन्हें रातो-रात भू-माफिया घोषित कर दिया है। उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुये सभापति रमेश यादव से मांग कि इस प्रकरण की जांच के लिये इस सदन की एक सर्वदलीय समिति बना दी जाये। सभापति ने सरकार से कहा कि इस मामले को सरकार देख ले, पर नेता सदन व उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने सदस्यों के सर्वदलीय समिति के गठन की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय समिति की अभी कोई आवश्यकता नहीं है। सरकार की ओर से यह जवाब आते ही सपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गये। सदस्य न्याय दो-न्याय दो, आजम पर फर्जी मुकदमे बन्द करो, के नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही सदस्यों नरेश चन्द्र उत्तम, बलराम यादव, संजय लाठर, राम सुन्दर दास निषाद, राजपाल कश्यप, आनन्द भदौरिया, लीलावती कुशवाहा, सुनील सिंह साजन, संतोष यादव सनी आदि का कहना था कि सरकार उत्पीड़न बन्द करे, हठधर्मिता छोड़े और प्रजातन्त्र को नष्ट करना छोड़े। उन्होंने कहा कि सरकार बदले की भावना से सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ कार्रवाई कर रही है। सभापति रमेश यादव के बार-बार समझाने पर भी जब सदस्य शांत नहीं हुये और वेल में नारेबाजी करते रहे तो सभापति ने सदन को 12ः00 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया।


बारह बजे सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने फिर से आजम खां का मामला उठाया। इस मामले पर नेता सदन ने कहा कि वे सदस्यों से अनुरोध करते हैं कि सदन को चलाने में सहयोग दें। बिना किसी नियम के कोई मामला न उठायें और पहले अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट तो आने दे। हो सकता है इसके आने के बाद आपकी राय बदल जाये। सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा के सभी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। वे सोनभद्र की घटना पर शर्म करो, फर्जी मुकदमे बन्द करो के नारे लगा रहे थे। तभी ग्राम विकास मंत्री डा0महेन्द्र सिंह ने कहा कि भूमाफियाओं पर सरकार कार्रवाई करेगी। कोई भी बचेगा नहीं। सरकार ने जो कार्रवाई की है वह सही है। नेता सदन दिनेश शर्मा ने कहा कि दूसरे सदन के व्यक्ति की यहां पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। इसी शोर-शराबे के बीच सभापति ने 5 फरवरी, 2019 को विधान मण्डल के समवेत्  सदन के समक्ष राज्यपाल द्वारा दिये गये अभिभाषण के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुये उत्तर प्रदेश विधान परिषद् द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के संबंध में राज्यपाल के पत्र को पढ़कर सुनाया। इसी  शोर-शराबे के बीच नेता सदन ने कार्यसूची की शेष मदांे को प्रस्तुत किया और सभापति ने सभी याचिकाओं को याचिका समिति को संदर्भित किया। उन्होंने आज के सभी प्रश्न उत्तरित माने जाने का भी निर्देश भी दिया। इसके बाद सभापति ने सदन की बैठक को सोमवार 22 जुलाई को पूर्वाह्न 11ः00 बजे तक के लिये स्थगित कर दिया।


 


 


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