ढाका में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रमणा काली मंदिर का उद्घाटन किया

 1971 में पाकिस्तान की सेना द्वारा जघन्य ‘ऑपरेशन सर्चलाइट‘ के दौरान मंदिर को कर दिया गया था 

ढाका (नागरिक सत्ता)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी बांग्लादेश यात्रा के तीसरे दिन जीर्णाेद्धार किए गए ऐतिहासिक श्री रमणा काली मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान उनकी पत्नी सविता और बेटी भी उनके साथ मौजूद रहीं। शुक्रवार की सुबह राष्ट्रपति कोविंद अपनी पत्नी एवं बेटी के साथ मंदिर परिसर में पहुंचे, जहां दोनों ने विधि विधान से मां काली पूजा-अर्चना की।

गौरतलब है कि वर्ष 1971 में पाकिस्तान की सेना द्वारा चलाए गए जघन्य ऑपरेशन सर्चलाइट के दौरान इस मंदिर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया था, जिसका ठीक 50 वर्ष बाद जीर्णाेद्धार और उद्घाटन किया गया है। इस पुनर्निर्मित मंदिर का उद्घाटन सिर्फ प्रतीकात्मक ही नहीं है, बल्कि दोनों देशों के मैत्री संबंधों के लिए एक बहुत ही भावनात्मक क्षण भी है।

इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने राष्ट्रपति की परिवार के साथ पूजा करते हुए फोटो ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ढाका में पुनर्निर्मित रमणा काली मंदिर का उद्घाटन किया। देवी काली का यह मंदिर सदियों पुराना है।

मंदिर के निर्माण के इतिहास की बात की जाए तो पाकिस्तान सेना द्वारा नष्ट किए जाने के बाद बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की मांग पर वर्ष 2000 में शेख हसीना की सरकार ने काली पूजा की अनुमति दी थी। 2004 में वहां मां काली की मूर्ति स्थापित की गई थी और दो साल बाद, 2006 में, खालिदा जिया सरकार ने अंततः हिंदुओं को मंदिर के निर्माण की अनुमति दे दी। इसके लिए वहां की सरकार ने 2.5 एकड़ जमीन भी आवंटित की लेकिन इसके निर्माण को नौकरशाही लालफीताशाही में फंसा दिया गया। 2017 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यात्रा के बाद मंदिर निर्माण का काम शुरू हो पाया। भारत ने तब घोषणा की थी कि वह रमणा काली मंदिर के निर्माण में बांग्लादेश की मदद करेगा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 15-17 दिसंबर तक बांग्लादेश की राजकीय यात्रा पर हैं। यात्रा के पहले दिन ढाका हवाई अड्डे पर बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामीद ने अपनी पत्नी के साथ अपने भारतीय समकक्ष की अगवानी की थी। इसके बाद राष्ट्रपति कोविंद ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। इस दौरान दोनों पक्षों की तरफ से बहुआयामी और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों के प्रगति की समीक्षा की गई थी। राष्ट्रपति कोविंद के साथ उनकी पत्नी, बेटी, शिक्षा राज्य मंत्री डा सुभाष सरकार, सांसद राजदीप राय और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।


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